नयी दिल्ली, 26 दिसंबर (भाषा) बुनियादी ढांचा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) को अगले वित्त वर्ष (2025-26) में अपने निर्माण तथा खनन मशीनरी कारोबार कम-से-कम 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की उम्मीद है।
कंपनी की योजना अगले पांच साल में अपनी बिक्री को दोगुना करने का है।
एलएंडटी के निर्माण एवं खनन मशीनरी कारोबार के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं प्रमुख अरविंद के गर्ग ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘‘ अगर आप मुझसे पूछें कि आगामी वित्त वर्ष के लिए क्या योजना है, तो निश्चित रूप से हमारा निर्माण एवं खनन मशीनरी कारोबार कम-से-कम 20 प्रतिशत बढ़ेगा।’’
गर्ग ने कहा, ‘‘ हमें अगले पांच वर्षों में लाभप्रदता के साथ-साथ अपनी बिक्री को बढ़ाने या दोगुना करने का लक्ष्य पूरा करने के लिए अपनी सेवा क्षमताओं में निवेश करना होगा। चालू वित्त वर्ष (2024-25) में हमने एक मिनी एक्सकेवेटर, कोमात्सु पीसी35 भी पेश किया है, जो वृद्धि को बढ़ावा देने में मदद करेगा।’’
लार्सन एंड टुब्रो और कोमात्सु लिमिटेड ने भारत में निर्माण उपकरण और हाइड्रोलिक कलपुर्जों के विनिर्माण के लिए 1998 में एक संयुक्त उद्यम स्थापित किया था।
कोमात्सु वर्तमान में अपनी चेन्नई इकाई में हाइड्रोलिक एक्सकेवेटर और कुछ डंप ट्रक मॉडल बनाती है। वहीं ग्राहक संपर्क, बिक्री-पूर्व, बिक्री-बाद, सेवा, कलपुर्जे और वारंटी के लिए पूरी तरह से एलएंडटी जिम्मेदार है।
गर्ग ने कहा, ‘‘ यह हमारे बीच एक उत्कृष्ट साझेदारी साबित हुई है… वे विनिर्माण करते हैं और हम उसे बेचते हैं और उसके बाद के बाजार का प्रबंधन करते हैं।’’
उन्होंने कहा कि कंपनी चालू वित्त वर्ष 2024-25 में कम-से-कम 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करेगी।
गर्ग ने साथ ही कहा कि आज करीब सभी कोमात्सु मशीनें जैव ईंधन के अनुकूल हैं। इसका मतलब है सभी मशीनें बी20 ‘बायोडीजल’ पर चल सकती हैं। यह 20 प्रतिशत एथनॉल तथा 80 प्रतिशत ईंधन का मिश्रण है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम अब बी30 की ओर बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं।’’
कंपनी ने कहा कि 30 प्रतिशत एथनॉल से ईंधन की लागत में और कमी आएगी।
एलएंडटी कंस्ट्रक्शन एंड माइनिंग मशीनरी, लार्सन एंड टुब्रो की एक व्यवसायिक इकाई है। यह करीब 80 साल पुरानी इकाई है। इसने भारत में हाइड्रोलिक एक्सकेवेटर और वाइब्रेटरी कॉम्पैक्टर की शुरुआत की थी।
भाषा निहारिका अजय
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