अमरावती (आंध्र प्रदेश), 30 अक्टूबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के मंत्री नारा लोकेश ने कहा कि ‘व्यापार करने में सुगमता’ की बजाय अब निवेश आकर्षित करने का नया मंत्र है ‘व्यापार करने की गति में तेजी’ है। इसके दम पर राज्य सरकार ने विशाखापत्तनम में टीसीएस के साथ केवल 90 मिनट में परिसर स्थापित करने का समझौता किया।
लॉस वेगास (अमेरिका) में ‘आईटीसर्व अलायंस सिनर्जी कॉन्फ्रेस’ में संवादात्मक सत्र में लोकेश ने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार वास्तव में लोगों का निर्बाध पहुंच देने के लिए सरकार में व्यवसाय प्रक्रियाओं की पुनर्रचना पर विचार कर रही है, जिससे अधिकारियों तथा राजनेताओं की भूमिकाएं अप्रासंगिक हो जाएंगी।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘ इसलिए जब मैं टाटा संस के चेयरपर्सन चंद्रा जी (एन. चंद्रशेखरन) से मिला, तो मैंने उनसे पूछा कि वह मुझे क्या सलाह देंगे। उन्होंने कहा कि बस व्यापार करने की गति पर ध्यान केंद्रित करो।’’
लोकेश ने कहा, ‘‘ इसलिए हमारा एकमात्र ध्यान व्यापार करने की गति पर है। हम निवेश आकर्षित करने तथा उन निवेशों को जमीनी स्तर पर अमल में लाने के मामले में आंध्र प्रदेश में एक बेहद अनुकूल माहौल तैयार करेंगे। इसका एक उदाहरण यह है कि हमने 90 मिनट की बैठक में टीसीएस के साथ समझौता किया। हम इसी तरह काम करेंगे और आंध्र प्रदेश राज्य में निवेश लाएंगे।’’
लोकेश ने हाल ही में सोशल मीडिया मंच पर जानकारी दी थी कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) राज्य में एक आईटी सुविधा स्थापित करेगी, जिसमें 10,000 कर्मचारी काम करेंगे।
कार्यक्रम में लोकेश ने यह भी बताया कि वैश्विक स्तर पर डेटा केंद्रों में 300 अरब डॉलर का निवेश हो रहा है। लक्ष्य इसमें से 100 अरब डॉलर भारत में आकर्षित करना है, जिसमें आंध्र प्रदेश को सर्वाधिक निवेश मिलेगा।
भाषा निहारिका
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