बेंगलुरु को प्रौद्योगिकी केंद्र के रूप में विकसित करने में सिंगापुर प्रमुख हितधारकों में: अधिकारी

बेंगलुरु को प्रौद्योगिकी केंद्र के रूप में विकसित करने में सिंगापुर प्रमुख हितधारकों में: अधिकारी

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  • Publish Date - October 2, 2024 / 12:21 PM IST,
    Updated On - October 2, 2024 / 12:21 PM IST

(गुरदीप सिंह)

सिंगापुर, दो अक्टूबर (भाषा) कर्नाटक सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), जैव प्रौद्योगिकी और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव एकरूप कौर ने कहा है कि पिछले 30 वर्षों में वैश्विक प्रौद्योगिकी केंद्र के रूप में बेंगलुरु के विकास में सिंगापुर प्रमुख हितधारकों में से एक रहा है।

कौर ने कहा, “लगभग 30 वर्ष पहले बेंगलुरु में प्रौद्योगिकी क्रांति की शुरुआत से ही हमारा सिंगापुर के साथ बहुत गहरा संबंध रहा है।”

कौर ने मंगलवार को यहां बेंगलुरु प्रौद्योगिकी सम्मेलन-2024 के ‘रोड शो’ में कहा कि सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत कर्नाटक के सबसे बड़े साझेदारों में सिंगापुर की कंपनी कैपिटलैंड शामिल है और यह अग्रणी प्रौद्योगिकी अवसंरचना साझेदारियों में से एक बनी हुई है।

कौर ने कहा, “हम स्वाभाविक सहयोगी हैं और हम सिंगापुर के माध्यम से बेंगलुरु में व्यापार वृद्धि को गति दे सकते हैं।”

कौर सिंगापुर से सबसे बड़ी प्रतिनिधिमंडल-कंपनी भागीदारी में से एक हासिल करने पर काम कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि सिंगापुर, वैश्विक कंपनियों का एक समूह होने के नाते, दुनिया भर के निगमों के साथ और अधिक जुड़ सकता है।

उन्होंने कहा कि सिंगापुर वैश्विक कंपनियों का एक समूह है, जो दुनिया भर के निगमों के साथ और अधिक जुड़ सकता है।

इसके अलावा, उन्होंने वैश्विक स्तर पर भारतीय प्रतिभाओं की गतिशीलता के साथ-साथ भारतीय मूल के स्टार्टअप्स के अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए स्वदेश, विशेष रूप से बेंगलुरु लौटने पर भी गौर किया।

कौर ने कहा, “हमारा यह मूल वाक्य है- ‘स्थानीय स्तर पर कौशल प्राप्त करें, वैश्विक स्तर पर काम करें’ – और हमारे पास वैश्विक आवश्यकताओं की पूर्ति करने की इच्छा है।”

उन्होंने कहा, “भारत में अपनी प्रतिभा के साथ वैश्विक आवश्यकताओं को पूरा करने की इच्छाशक्ति है।”

भाषा अनुराग

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