जैक्सन ग्रीन ने प्रायोगिक तौर पर कार्बन डाईऑक्साइड से किया मेथनॉल उत्पादन

जैक्सन ग्रीन ने प्रायोगिक तौर पर कार्बन डाईऑक्साइड से किया मेथनॉल उत्पादन

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  • Publish Date - November 14, 2024 / 03:24 PM IST,
    Updated On - November 14, 2024 / 03:24 PM IST

नयी दिल्ली, 14 नवंबर (भाषा) नयी ऊर्जा के क्षेत्र में काम कर रही जैक्सन ग्रीन ने पायलट परियोजना के तहत तापीय बिजलीघर से उत्सर्जित कार्बन डाईऑक्साइड (सीओ2) से मेथनॉल उत्पादन में सफलता हासिल की है। कंपनी को यह परियोजना सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी एनटीपीसी से मिली है।

जैक्सन ग्रीन ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि यह दुनिया में पहली बार है कि किसी बिजली संयंत्र से उत्सर्जित सीओ2 फ्लू गैस से संश्लेषण प्रक्रिया के जरिये मेथनॉल बनाया गया है।

इसमें कहा गया, ‘‘जैक्सन ग्रीन ने एनटीपीसी के मध्य प्रदेश स्थित विंध्याचल तापीय बिजलीघर में एकत्रित कार्बन डाइऑक्साइड से मेथनॉल बनाने का कार्य सफलतापूर्वक पूरा किया है।’’

जैक्सन समूह की कंपनी ने कहा कि यह सफलता स्वच्छ वैकल्पिक ईंधन की उपलब्धता में मदद कर सकती है।

प्रक्रिया के तहज फ्लू गैस उत्सर्जन से सीओ2 एकत्रित किया जाता है और उससे मेथनॉल बनाया जाता है। मेथनॉल एक स्वच्छ ईंधन है जिसका उपयोग बिजली उत्पादन और परिवहन जैसे क्षेत्रों में किया जा सकता है।

जैक्सन ग्रीन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और प्रबंध निदेशक बिकेश ओगरा ने कहा, ‘‘हमने इस महत्वपूर्ण परियोजना को हकीकत का रूप देने के लिए एनटीपीसी के साथ साझेदारी की है। यह परियोजना उत्सर्जन के जरिये प्राप्त कार्बन से मेथनॉल के उत्पादन का पहला उदाहरण है…।’’

कंपनी के रणनीति मामलों के प्रमुख ईकेएस श्रीकुमार ने कहा कि कंपनी ने मध्य प्रदेश में स्थित परियोजना के लिए ईपीसी (इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण) इकाई की भूमिका निभाई है।

उन्होंने कहा कि एनटीपीसी से परियोजना मिलने की तारीख से 12 महीने के भीतर पायलट परियोजना चालू की गई है।

भाषा रमण अजय

अजय