नयी दिल्ली, 13 दिसंबर (भाषा) जेपी-मॉर्गन समर्थित वित्त प्रौद्योगिकी कंपनी इन-सॉल्यूशंस ग्लोबल (आईएसजी) को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से भुगतान एग्रीगेटर के तौर पर काम करने की मंजूरी मिल गई है।
आईएसजी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि उसे यह मंजूरी विभिन्न क्षेत्रों में व्यापारियों के लिए डिजिटल भुगतान को सुव्यवस्थित करने, तेज, सुरक्षित और भरोसेमंद लेनदेन सुनिश्चित करने और वित्तीय समावेश बढ़ाने के लिए सशक्त करती है।
कंपनी फिलहाल सालाना 2.8 करोड़ से अधिक लेनदेन का प्रसंस्करण करती है। यह देशभर के 70 प्रतिशत से अधिक बैंकों को भुगतान सेवाएं प्रदान करती है।
यह भुगतान एकत्रीकरण, प्रीपेड उपकरणों एवं एनसीएमसी क्षेत्र में अत्याधुनिक समाधान मुहैया कराती है।
आईएसजी की प्रबंध निदेशक एडेलिया कैस्टेलिनो ने कहा, “यह एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में हमारी स्थिति को मजबूत करता है। इससे हम उद्यमों और एसएमबी को अत्याधुनिक, व्यापक भुगतान समाधानों के साथ सशक्त बना सकते हैं।”
कंपनी ने कहा कि इस मंजूरी में प्री-पेड भुगतान साधन (पीपीआई) लाइसेंस भी शामिल है, जिसके जरिये वह ऑनलाइन मंच, खुदरा लेनदेन, पारगमन भुगतान और अन्य में भुगतान समाधानों का एक एकीकृत समूह पेश करने में सक्षम हो गई है।
कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (कारोबार) रंजीत जायसवाल ने कहा, “यह नियामकीय मंजूरी हमें अपने परिचालन को बढ़ाने, नवाचार को बढ़ावा देने और अपने विश्वस्तरीय भुगतान खंड के माध्यम से असाधारण अनुभव प्रदान करने की स्थिति में लाता है।”
भाषा अनुराग प्रेम
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