भारत के प्रति हुंदै मोटर इंडिया की प्रतिबद्धता को दर्शाता है आईपीओः हुंदै समूह प्रमुख

भारत के प्रति हुंदै मोटर इंडिया की प्रतिबद्धता को दर्शाता है आईपीओः हुंदै समूह प्रमुख

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  • Publish Date - October 22, 2024 / 03:53 PM IST,
    Updated On - October 22, 2024 / 03:53 PM IST

(तस्वीर के साथ)

मुंबई, 22 अक्टूबर (भाषा) दक्षिण कोरियाई वाहन विनिर्माता हुंदै मोटर समूह के कार्यकारी चेयरमैन यूइसन चुंग ने मंगलवार को अपनी भारतीय इकाई के शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने को एक बड़ा कदम बताते हुए कहा कि यह भारत के प्रति समूह की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

हुंदै मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) का शेयर सूचीबद्ध होने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में चुंग ने कहा कि यह आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) हुंदै को भारतीय बाजार का एक अहम हिस्सा बताता है।

हालांकि, हुंदै मोटर इंडिया के शेयर के सफर की शुरुआत सुस्त रही और यह शुरुआती कारोबार में 1,960 रुपये के निर्गम मूल्य के मुकाबले लगभग छह प्रतिशत गिर गया।

हुंदै मोटर इंडिया के 27,870 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया गया था। यह भारतीय बाजार का सबसे बड़ा आईपीओ माना गया है।

हालांकि, निर्गम के जरिये इस धन उगाही के साथ मूल कंपनी हुंदै मोटर कंपनी (एचएमसी) ने एचएमआईएल में अपनी हिस्सेदारी 17.5 प्रतिशत कम कर दी है। आईपीओ पूरी तरह से प्रवर्तक कंपनी एचएमसी द्वारा 14,21,94,700 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश पर आधारित रहा।

चुंग ने कहा, ‘‘यह आईपीओ इस महान राष्ट्र के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है और यह सुनिश्चित करता है कि हमारे शेयरधारक और एचएमआईएल एक साथ आगे बढ़ते रहेंगे।’’

उन्होंने कहा कि एचएमसी को शुरू से ही अहसास था कि भारत ही भविष्य है लिहाजा वह यहां पर अपना निवेश बढ़ाती रही है और अपनी शोध एवं विकास क्षमताओं का भी विस्तार कर रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘जैसे-जैसे देश विकसित भारत के सपने की ओर बढ़ रहा है, हुंदै एक विश्वसनीय साझेदार के तौर पर खड़ी रहेगी।’’

एचएमआईएल के प्रबंध निदेशक उन्सू किम ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह आईपीओ हमारे लिए एक कदम आगे बढ़ाने का सही कदम है ताकि हम अपने परिचालन को अधिक भारतीय बना सकें। हम एक घरेलू ब्रांड बनना चाहते हैं।’’

कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी तरुण गर्ग ने कहा कि कंपनी यात्री कार राजस्व का 3.5 प्रतिशत रॉयल्टी के रूप में मूल कंपनी एचएमसी को देती है और यह सिलसिला आईपीओ के बाद भी जारी रहेगा।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय