मुंबई, नौ जनवरी (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र का इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) 11,500 करोड़ रुपये की गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) परिसंपत्ति पुनर्गठन कंपनियों (एआरसी) को बेच रहा है।
आईओबी ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि वह 46 ऋण खातों को बेच रहा है और एआरसी से रुचि पत्र आमंत्रित किए हैं।
चेन्नई मुख्यालय वाले बैंक ने कहा कि यह बिक्री पोर्टफोलियो के आधार पर खुली नीलामी प्रक्रिया के तहत ई-नीलामी के माध्यम से की जाएगी। पोर्टफोलियो में गठजोड़ व्यवस्था के तहत वित्तपोषित खाते शामिल हैं, जिनमें से कुछ को राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के तहत स्वीकार किया गया है।
बैंक ने कहा कि संभावित खरीदार पोर्टफोलियो के आधार पर, व्यक्तिगत खातों या खातों के समूहों के आधार पर बोली लगा सकते हैं।
आईओबी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि जब दबाव के समाधान की बात आती है, तो वे ‘सरफेसी’ कार्रवाई, समझौता निपटान और एआरसी को बिक्री सहित वसूली उपायों के माध्यम से मूल्य को अधिकतम करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।
पात्र एआरसी और अन्य हस्तान्तरणकर्ता 46 खातों के मामले में 30 जनवरी को निर्धारित ई-नीलामी में भाग लेने के लिए 18 जनवरी तक अपना ईओआई प्रस्तुत कर सकते हैं।
भाषा अनुराग अजय
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