मुंबई, 17 अक्टूबर (भाषा) हाल ही में चीन के बाजारों में उछाल के बाद एक ऑस्ट्रेलियाई ब्रोकरेज ने बृहस्पतिवार को कहा कि निवेशक कुछ लाभ कमाने के लिए वहां के बाजार में जा सकते हैं, लेकिन भारत दीर्घकालिक निवेश के नजरिये से पसंदीदा बना हुआ है।
एक नोट में मैक्वेरी ने कहा कि निवेशक दुविधा में हैं, क्योंकि भारत और चीन के बीच चुनाव करना ‘कठिन’ होता जा रहा है। उन्होंने दोनों बाजारों के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं का विश्लेषण किया।
इसमें कहा गया है कि चीन द्वारा की गई प्रोत्साहन पहल निवेशकों को आकर्षित कर सकती है। इसके साथ ही, संभावना है कि इस तरह की और घोषणाएं चीनी शेयरो को बढ़ावा दे सकती हैं, लेकिन दीर्घकालिक रूप से भारत का दबदबा बना रहेगा।
ऑस्ट्रेलियाई ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि भारतीय शेयर बाजार इस समय तीन ‘नकारात्मक’ स्थितियों से जूझ रहे हैं, जिनमें कमजोर आर्थिक वृद्धि और उच्च मूल्यांकन शामिल हैं।
मैक्वेरी के एक नोट में कहा गया है कि भारतीय बाजारों में पिछले कुछ महीनों में घरेलू प्रवाह के कारण अच्छी वृद्धि देखी गई है, लेकिन वे प्रति शेयर उच्च आय की उम्मीदों के भी विपरीत हैं।
भाषा अनुराग अजय
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