नयी दिल्ली, छह जनवरी (भाषा) भारत के आवास बाजार में 2024 में संस्थागत निवेश सालाना आधार पर 46 प्रतिशत बढ़कर 1.15 अरब अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया है। निवेशक आवासीय संपत्तियों की मजबूत मांग को भुनाने की कोशिश कर रहे हैं। कोलियर्स इंडिया ने यह जानकारी दी।
आवास क्षेत्र में संस्थागत निवेश 2023 में 78.89 करोड़ डॉलर था।
रियल एस्टेट सलाहकार कोलियर्स इंडिया ने बताया कि भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में संस्थागत निवेश 2023 के 5.4 अरब डॉलर से 22 प्रतिशत बढ़कर 2024 में 6.5 अरब डॉलर हो गया।
औद्योगिक तथा गोदाम खंड में 2024 में 2.5 अरब डॉलर का अधिकतम निवेश हुआ, जबकि 2023 कैलेंडर वर्ष के दौरान इस खंड में 87.76 करोड़ डॉलर का निवेश हुआ था।
कोलियर्स इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बादल याग्निक ने कहा, ‘‘ 2024 में रिकॉर्ड 6.5 अरब डॉलर के निवेश के साथ भारतीय रियल एस्टेट निवेश 2020 के बाद से सबसे अधिक रहा है। दिलचस्प बात यह है कि कुल विदेशी निवेश में से एशिया प्रशांत के निवेशकों की हिस्सेदारी करीब एक-तिहाई रही।’’
रियल एस्टेट पर केंद्रित वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ) गोल्डन ग्रोथ फंड (जीजीएफ) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अंकुर जालान ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में भारतीय रियल एस्टेट में मजबूत मांग देखी गई है, जिसने घरेलू तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों दोनों को आकर्षित किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ सरकार के नीतिगत हस्तक्षेप से भारत वैश्विक निवेश का केंद्र बन रहा है, जिससे रियल एस्टेट की मांग में और तेजी आने का मार्ग प्रशस्त हो रहा है।’’
भाषा निहारिका अजय
अजय