यमुना में क्रूज पर्यटन के लिए अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण, दिल्ली सरकार के बीच समझौता

यमुना में क्रूज पर्यटन के लिए अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण, दिल्ली सरकार के बीच समझौता

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  • Publish Date - March 11, 2025 / 09:46 PM IST,
    Updated On - March 11, 2025 / 09:46 PM IST

नयी दिल्ली, 11 मार्च (भाषा) भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) ने मंगलवार को यमुना नदी पर क्रूज पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

आईडब्ल्यूएआई राष्ट्रीय जलमार्गों के लिए बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय की नोडल एजेंसी है।

आधिकारिक बयान के अनुसार, सोनिया विहार और जगतपुर के बीच के हिस्से को क्रूज पर्यटन के लिए विकसित किया जाएगा।

इसमें कहा गया, ‘‘आईडब्ल्यूएआई ने सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग, दिल्ली विकास प्राधिकरण, दिल्ली जल बोर्ड और दिल्ली परिवहन निगम सहित दिल्ली सरकार की कई एजेंसियों के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।’’

समझौते का उद्देश्य सोनिया विहार और जगतपुर के बीच यमुना नदी (राष्ट्रीय जलमार्ग 110) पर चार किलोमीटर के हिस्से पर क्रूज पर्यटन को विकसित करना और बढ़ावा देना है।

इस मौके पर केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि वर्षों से दिल्ली के लोग यमुना में गंदगी और उपेक्षा देखकर दुखी थे, लेकिन यह पहल लंबे समय से प्रतीक्षित सुधार की शुरुआत है।

बयान के अनुसार, टिकाऊ और प्रदूषण रहित जल परिवहन सुनिश्चित करने के लिए 20-30 यात्रियों को ले जाने में सक्षम इलेक्ट्रिक-सोलर हाइब्रिड नौकाओं का क्रूज जहाज के रूप में उपयोग किया जाएगा।

इन नौकाओं में यात्रियों की सुरक्षा के लिए बायो-टॉयलेट, सार्वजनिक घोषणा प्रणाली और लाइफ जैकेट की सुविधा होगी।

इसके अतिरिक्त, अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण सुचारू नौका संचालन की सुविधा के लिए दो एचडीपीई (हाई डेन्सिटी पॉलीथिलीन) जेटी स्थापित करेगा।

बयान में कहा गया है कि यह परियोजना वजीराबाद बैराज के ऊपर राष्ट्रीय जलमार्ग 110 पर छोटी दूरी की नौवहन और मनोरंजक गतिविधियों को बढ़ावा के साथ हरित और पर्यावरण अनुकूल पर्यटन को बढ़ावा देगी।

दिल्ली में जगतपुर से प्रयागराज में गंगा के संगम तक यमुना नदी का विस्तार 1,089 किलोमीटर तक है। यह दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से गुजरती है। इसे 2014 में राष्ट्रीय जलमार्ग-110 घोषित किया गया था।

भाषा रमण अजय

अजय