(तस्वीर के साथ)
नयी दिल्ली, 27 दिसंबर (भाषा) उद्योगपति गौतम अदाणी, अनिल अंबानी, एन चंद्रशेखरन, एन आर नारायणमूर्ति और सुनील मित्तल समेत भारतीय उद्योग जगत की तमाम हस्तियों ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें आर्थिक सुधारों का जनक बताया।
डॉ सिंह का बृहस्पतिवार देर रात दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे।
अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘इतिहास हमेशा 1991 के उन क्रांतिकारी सुधारों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को याद रखेगा, जिन्होंने भारत को नया रूप दिया और दुनिया के लिए इसके दरवाजे खोले। एक ऐसे विरले नेता जिन्होंने हमेशा नरमी से बात की, अपने कार्यों से बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं। डॉ सिंह का जीवन नेतृत्व, विनम्रता और राष्ट्र सेवा का एक आदर्श उदाहरण है और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।’’
रिलायंस समूह के प्रमुख अनिल अंबानी ने कहा, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री का जीवन विनम्रता, बुद्धिमत्ता तथा भारत की सेवा का प्रमाण है। जैसा कि गुरु ग्रंथ साहिब में कहा गया है, ‘नानक नाम चढ़दी कला, तेरे भाणे सरबत दा भला’…‘‘ईश्वर के नाम के साथ शाश्वत आशावाद आता है; आपकी इच्छा से सभी का कल्याण हो’’। उनकी दूरदृष्टि तथा ईमानदारी पीढ़ियों को प्रेरित करेगी। एक मार्गदर्शक हमें छोड़ गए।’’
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने अपने शोक संदेश में कहा कि सिंह उन दिग्गजों में से एक थे जिन्होंने एक नये उदारवादी भारत की कल्पना की थी जो आज दुनिया में अपना उचित स्थान ले रहा है।
चंद्रशेखरन ने कहा कि दिवंगत सिंह के प्रेरक नेतृत्व ने उन्हें दुनिया भर में सम्मान दिलाया। उन्होंने कहा, ‘‘डॉ. सिंह को हमेशा उनकी दूरदर्शी सोच और गहरी अंतर्दृष्टि के लिए याद किया जाएगा। वे हमेशा विनम्र रहे और अपने व्यक्तिगत मूल्यों को बनाए रखा।’’
भारती एंटरप्राइजेज के संस्थापक चेयरमैन सुनील मित्तल ने कहा कि भारतीय उद्योग, अर्थव्यवस्था और खासकर उद्यमी 1990 के दशक की शुरुआत में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में शुरू किए गए उदारीकरण सुधारों के लिए कृतज्ञ हैं।
मित्तल ने अपने संदेश में कहा कि एक प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और एक अर्थशास्त्री के रूप में डॉ सिंह भारत के सबसे बड़े नेताओं में जगह पाते हैं।
इन्फोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति ने डॉ सिंह को एक सज्जन व्यक्ति, विद्वान और मूल्य-आधारित राजनेता बताते हुए कहा, ‘नरसिम्हा राव के मार्गदर्शन में उनके द्वारा किए गए आर्थिक सुधारों ने भारत की आर्थिक वृद्धि को तेज करने के लिए एक मजबूत और टिकाऊ बुनियाद रखी। प्रत्येक भारतीय को हमारे देश की समृद्धि बढ़ाने के लिए इस असाधारण व्यक्ति का अत्यंत आभारी होना चाहिए।’
आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन से भारत ने अपने सबसे बड़े नेताओं और बेहतरीन अर्थशास्त्रियों में से एक को खो दिया है।
बिड़ला ने बयान में कहा, ‘‘भारत ने अपने सबसे बड़े नेताओं और बेहतरीन अर्थशास्त्रियों में से एक को खो दिया है। नब्बे के दशक में उनके क्रांतिकारी सुधारों ने कई दशकों तक आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा दिया और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसने भारत तथा भारतीयों के लिए संभावनाओं के गणित को नया आकार दिया।’’
जेएसडब्ल्यू समूह के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सज्जन जिंदल ने डॉ सिंह को ‘‘विनम्रता और बुद्धिमत्ता का राजनेता’’ बताते हुए कहा कि भारत उनका ऋणी है।
जिंदल ने लिखा, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री और भारत के आर्थिक उदारीकरण के दूरदर्शी नेता डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन से बेहद दुखी हूं।’’
आरपीजी एंटरप्राइज के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने कहा, ‘‘भारत डॉ सिंह के निधन पर शोक-संतप्त है, वह एक सच्चे राजनेता थे जिनके शांत व्यवहार ने उनके परिवर्तनकारी प्रभाव को झुठला दिया।’’
महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘अलविदा डॉ मनमोहन सिंह। आपने इस देश से प्यार किया। इसके लिए आपकी सेवा को हमेशा याद रखा जाएगा।’’
बायोकॉन लिमिटेड की कार्यकारी चेयरपर्सन किरण मजूमदार शॉ ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘दो बार प्रधानमंत्री बनने वाले भारत के आर्थिक सुधारों के जनक मनमोहन सिंह एक महान अर्थशास्त्री और उच्च निष्ठा वाले व्यक्ति थे। एक ऐसे प्रधानमंत्री जिनके कारण हम अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर पाए हैं।’’
भाषा प्रेम रमण
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