नयी दिल्ली, 12 मार्च (भाषा) देश में औद्योगिक उत्पादन में तेजी आई है। विनिर्माण क्षेत्र के अच्छे प्रदर्शन से औद्योगिक उत्पादन में इस साल जनवरी में पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के संदर्भ में मापा जाने वाला औद्योगिक उत्पादन जनवरी, 2024 में 4.2 प्रतिशत बढ़ा था।
बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सरकार ने दिसंबर, 2024 में 3.2 प्रतिशत वृद्धि के अस्थायी अनुमान को संशोधित कर 3.5 प्रतिशत कर दिया गया है।
बीते साल नवंबर में आईआईपी वृद्धि दर पांच प्रतिशत थी।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी, 2025 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 5.5 प्रतिशत बढ़ा, जो एक साल पहले इसी महीने में 3.6 प्रतिशत बढ़ा था।
खनन उत्पादन में वृद्धि घटकर 4.4 प्रतिशत रही जो एक साल पहले इसी महीने में छह प्रतिशत थी। बिजली उत्पादन में वृद्धि जनवरी, 2025 में धीमी होकर 2.4 प्रतिशत रही, जो एक साल पहले इसी महीने में 5.6 प्रतिशत थी।
चालू वित्त वर्ष के पहले 10 माह (अप्रैल-जनवरी) के दौरान आईआईपी की वृद्धि दर कम होकर 4.2 प्रतिशत रही, जो कि एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में छह प्रतिशत थी।
उपयोग आधारित वर्गीकरण के आधार पर पूंजीगत सामान खंड में वृद्धि दर बढ़कर इस साल जनवरी में 7.8 प्रतिशत रही जो एक साल पहले इसी महीने में 3.2 प्रतिशत थी।
टिकाऊ उपभोक्ता (एसी, फ्रीज आदि) सामान खंड में वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रही जो एक साल पहले जनवरी समान महीने में 11.6 प्रतिशत थी।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, जनवरी, 2025 में, गैर-टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं का उत्पादन 0.2 प्रतिशत घटा, जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 0.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
बुनियादी ढांचा/निर्माण वस्तुओं में जनवरी, 2025 में सात प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 5.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
आंकड़ों के अनुसार, प्राथमिक वस्तुओं के उत्पादन में जनवरी, 2025 में 5.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 2.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
मध्यवर्ती वस्तुओं के खंड में आलोच्य महीने में 5.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो एक साल पहले इसी माह में 5.3 प्रतिशत की वृद्धि से थोड़ी कम है।
भाषा रमण अजय
अजय