मुंबई, 18 मार्च (भाषा) इंडसइंड बैंक ने अपने प्रवर्तकों से कोई नई पूंजी नहीं मांगी है। हालांकि लेखा विसंगति के बाद उसकी कुल संपत्ति में में भारी नुकसान हुआ है।
आईआईएचएल के चेयरमैन अशोक हिंदुजा ने मंगलवार को यह बात कही।
हिंदुजा समूह की निवेश इकाई आईआईएचएल को हाल ही में इंडसइंड बैंक में अपनी हिस्सेदारी 16 प्रतिशत से बढ़ाकर 26 प्रतिशत करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की सैद्धांतिक मंजूरी मिली है।
हिंदुजा के अनुसार, इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (आईआईएचएल) ने जरूरत पड़ने पर बैंक में पूंजी डालने की प्रतिबद्धता जताई है। आईआईएचएल इंडसइंड बैंक की प्रवर्तक है।
उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं से कहा कि बैंक ने नई पूंजी डालने की मांग नहीं की है, क्योंकि कुल पूंजी पर्याप्तता 15 प्रतिशत से अधिक के संतोषजनक स्तर पर है।
उन्होंने आगे कहा कि शेयर की कीमत में गिरावट को देखते हुए प्रवर्तकों के लिए अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का यह सही समय है।
भाषा पाण्डेय अजय
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