मुंबई, 30 दिसंबर (भाषा) चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान भारत पर प्रवासियों के शुद्ध दावे सालाना आधार पर 19.8 अरब अमेरिकी डॉलर घटकर 348.5 अरब अमेरिकी डॉलर रह गए।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोमवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी।
भारत में विदेशी स्वामित्व वाली परिसंपत्तियों (46.7 अरब डॉलर) की तुलना में भारतीय निवासियों की विदेश में वित्तीय परिसंपत्तियों (66.5 अरब डॉलर) में अधिक वृद्धि के कारण सितंबर तिमाही में प्रवासियों के शुद्ध दावों में गिरावट आई।
भारत में प्रवासियों की परिसंपत्तियों और देनदारियों के बीच के अंतर को भारत पर प्रवासियों के शुद्ध दावे के रूप में परिभाषित किया जाता है।
‘भारत की अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति (आईआईपी), सितंबर, 2024’ के आंकड़ों के मुताबिक, ‘‘जुलाई-सितंबर, 2024 के दौरान विदेशी वित्तीय परिसंपत्तियों में 80 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि आरक्षित परिसंपत्तियों में 53.8 अरब अमरीकी डॉलर की वृद्धि के कारण हुई।’’
भाषा पाण्डेय अजय
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