भारत की प्राकृतिक गैस की मांग 2030 तक हो सकती है दोगुना : पीएनजीआरबी

भारत की प्राकृतिक गैस की मांग 2030 तक हो सकती है दोगुना : पीएनजीआरबी

भारत की प्राकृतिक गैस की मांग 2030 तक हो सकती है दोगुना : पीएनजीआरबी
Modified Date: March 26, 2025 / 05:55 pm IST
Published Date: March 26, 2025 5:55 pm IST

गांधीनगर, 26 मार्च (भाषा) पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी) के चेयरपर्सन अनिल कुमार जैन ने कहा कि यदि त्वरित प्रगति, अनुकूल नीति कार्यान्वयन और बढ़े हुए निवेश जैसे कारक अनुकूल रहे तो भारत में प्राकृतिक गैस की मांग 2030 तक लगभग दोगुनी हो सकती है।

उन्होंने बुधवार को पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि शहरी गैस वितरण (सीजीडी) तंत्र की इस वृद्धि में प्रमुख भूमिका रहने की उम्मीद है।

जैन ने कहा, ‘‘ भारत में वर्तमान में प्राकृतिक गैस की खपत 19 करोड़ मानक घनमीटर प्रतिदिन है। हमें 2030 तक शहरी गैस वितरण में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद है।’’

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उन्होंने कहा, ‘‘ वृद्धि अनुमानों के अनुसार मौजूदा वैश्विक तथा घरेलू स्थितियों व नीतियों के आधार पर प्राकृतिक गैस की खपत बढ़कर 29.7 करोड़ मानक घनमीटर प्रतिदिन हो जाएगी। यदि स्थिति अनुकूल रही तो 2030 तक मांग बढ़कर 36.5 करोड़ मानक घनमीटर प्रतिदिन होगी।’’

जैन प्राकृतिक गैस और पेट्रोलियम उत्पादों के बुनियादी ढांचे पर दूसरे पीएनजीआरबी राष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए गांधीनगर पहुंचे हैं।

पीएनजीआरबी एक वैधानिक निकाय है जो पेट्रोलियम, पेट्रोलियम उत्पादों तथा प्राकृतिक गैस के शोधन, प्रसंस्करण, भंडारण, परिवहन, वितरण, विपणन व बिक्री को विनियमित करने के लिए अधिकृत है।

जैन ने साथ ही मांग की कि राज्य सरकारें कर में कटौती पर विचार करें, क्योंकि प्राकृतिक गैस एक स्वच्छ ईंधन है।

भाषा

निहारिका अजय

अजय


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