नयी दिल्ली, एक जनवरी (भाषा) देश में बिजली की खपत दिसंबर में सालाना आधार पर लगभग छह प्रतिशत बढ़कर 130.40 अरब यूनिट पर पहुंच गई।
सरकारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
दिसंबर, 2023 में बिजली की खपत 123.17 अरब यूनिट थी।
एक दिन में उच्चतम आपूर्ति यानी अधिकतम मांग को पूरा करने के लिए की गयी आपूर्ति भी दिसंबर, 2024 में बढ़कर 224.16 गीगावाट हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 213.62 गीगावाट थी।
देश में मई, 2024 में बिजली की अधिकतम मांग लगभग 250 गीगावाट के अबतक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। इससे पहले, सितंबर, 2023 में बिजली की अधिकतम मांग रिकॉर्ड 243.27 गीगावाट रही थी।
सरकारी अनुमान के मुताबिक, 2025 की गर्मियों में बिजली की अधिकतम मांग 270 गीगावाट तक पहुंचने की उम्मीद है।
विशेषज्ञों का मानना है कि शीत लहर के बीच हीटर और गीजर जैसे उपकरणों के उपयोग में वृद्धि के कारण पिछले महीने बिजली की मांग के साथ-साथ खपत में भी वृद्धि हुई।
उन्होंने कहा कि विशेष रूप से उत्तर भारत में पारा कम होने के कारण जनवरी में बिजली की मांग के साथ-साथ खपत में भी वृद्धि अधिक रहने का अनुमान है।
विशेषज्ञों के अनुसार, 2024-25 की आखिरी तिमाही में वाणिज्यिक और औद्योगिक गतिविधियां तेज होने के कारण बिजली की मांग और खपत में सुधार होगा।
भाषा रमण अजय
अजय
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