नयी दिल्ली, दो दिसंबर (भाषा) नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने सोमवार को कहा कि देश में आयुष बाजार बहुत तेजी से बढ़ रहा है और 2014 में सिर्फ 2.85 अरब डॉलर रहा यह बाजार वर्ष 2023 में 43.4 अरब डॉलर तक पहुंच गया।
नाइक ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आयुष क्षेत्र से निर्यात भी दोगुना होकर 2.16 अरब डॉलर हो गया जबकि 2014 में यह 1.09 अरब डॉलर था।
उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय ने पिछले एक दशक में एक परिवर्तनकारी यात्रा की है, जिसने भारत को पारंपरिक चिकित्सा में वैश्विक नेता के रूप में स्थापित किया है। यह मंत्रालय आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी चिकित्सा की देखरेख करता है।
नाइक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2014 में अपनी स्थापना के बाद से मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) और सार्वभौमिक स्वास्थ्य पहुंच (यूएचसी) के साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य, शिक्षा, अनुसंधान और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण प्रगति की है।
नाइक ने कहा कि आयुष क्षेत्र में विशेष रूप से पारंपरिक भारतीय चिकित्सा को मुख्यधारा की स्वास्थ्य सेवा में शामिल करने में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में देश में 7,55,780 से अधिक पंजीकृत आयुष चिकित्सक और 886 से अधिक स्नातक एवं 251 स्नातकोत्तर कॉलेज हैं। इन संस्थानों में कुल 59,643 स्नातक छात्र और 7,450 स्नातकोत्तर छात्र सालाना दाखिला लेते हैं।
इसके अतिरिक्त, पूरे भारत में 3,844 आयुष अस्पताल और 36,848 औषधालय (सरकारी क्षेत्र में 3,403 अस्पताल और 27,118 औषधालय शामिल हैं) हैं।
राष्ट्रीय आयुष संस्थानों के लिए तीन अत्याधुनिक दूरस्थ केंद्रों का उद्घाटन 11 दिसंबर, 2022 को प्रधानमंत्री मोदी ने किया था। इनमें गोवा स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए), गाजियाबाद में राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान (एनआईयूएम) और दिल्ली में राष्ट्रीय होम्योपैथी संस्थान (एनआईएच) शामिल हैं।
भाषा राजेश राजेश प्रेम
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