नयी दिल्ली, 31 जनवरी (भाषा) भारतीय रुपये ने कनाडाई डॉलर, दक्षिण कोरियाई वोन और ब्राजीलियाई रियाल जैसी अन्य मुद्राओं से बेहतर प्रदर्शन किया है।
शुक्रवार को संसद में पेश की गई आर्थिक समीक्षा में यह जानकारी देते हुए कहा गया कि चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में भारतीय रुपये में मामूली 2.9 प्रतिशत की गिरावट आई है।
भारतीय रुपये (आईएनआर) का मूल्य बाजार तय करता है, जिसका कोई लक्ष्य, विशिष्ट स्तर या मूल्य दायरा नहीं है।
विभिन्न घरेलू और वैश्विक कारक आईएनआर की विनिमय दर को प्रभावित करते हैं। इनमें डॉलर सूचकांक की चाल, पूंजी प्रवाह के रुझान, ब्याज दरें, कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और चालू खाते का घाटा यानी कैड शामिल हैं।
समीक्षा में कहा गया, ‘‘वित्त वर्ष 2024-25 के पहले नौ महीनों (छह जनवरी 2025 तक) में भारतीय रुपये में मामूली 2.9 प्रतिशत की गिरावट आई। इस दौरान रुपये ने कनाडाई डॉलर, दक्षिण कोरियाई वॉन और ब्राजीलियाई रियाल जैसी मुद्राओं से बेहतर प्रदर्शन किया।’’
समान अवधि में कनाडाई डॉलर में 5.4 प्रतिशत, कोरियाई वॉन में 8.2 प्रतिशत और ब्राजीलियाई रियाल में 17.4 प्रतिशत की गिरावट आई।
समीक्षा में कहा गया कि 2024 के दौरान रुपये में गिरावट की वजह पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिकी चुनाव को लेकर अनिश्चितता के बीच डॉलर की मजबूती है।
भाषा पाण्डेय अजय
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