नयी दिल्ली, 15 जनवरी (भाषा) वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि भारत को प्राकृतिक आपदाओं के समय मानवीय पहल के लिए ‘वैश्विक दक्षिण’ में सबसे पहले कदम उठाने वाले देश के रूप में जाना जाता है।
गोयल ने यहां आपदा प्रबंधन, आपदा जोखिम में कमी (डब्ल्यूसीडीएम-डीआरआर) पर विश्व कांग्रेस पुरस्कार कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत बाढ़ की रोकथाम और बाढ़ नियंत्रण में पड़ोसी देशों को आपदा प्रबंधन प्रदान करने के लिए जाना जाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी के दौरान, देश ने मानवीय पहल ‘वैक्सीन मैत्री’ के माध्यम से 100 से अधिक देशों को मुफ्त टीके उपलब्ध कराए।’’
मंत्री ने कहा कि आपदा राहत बीमा दावा एक ऐसा क्षेत्र है जहां जागरूकता पैदा करने और दावों का निर्बाध तरीके से तेजी से निपटान करने की दिशा में काम करने की जरूरत है और राहत पाने के लिए अदालतों का दरवाजा खटखटाने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सही मूल्यांकन और विश्लेषण से अधिकारियों को आपदा राहत दावों को तेजी से निपटाने और पात्र लोगों को राहत देने में मदद मिलेगी।
गोयल ने कहा, ‘‘जरूरत के समय भारत ग्लोबल साउथ के लिए पहला प्रतिक्रियाकर्ता है।’’
भाषा रमण अजय
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