नयी दिल्ली, 13 नवंबर (भाषा) इंडिया ग्लाइकोल्स लिमिटेड (आईजीएल) ने बुधवार को बेंगलुरु स्थित अमृत डिस्टिलरीज के साथ साझेदारी की घोषणा की। आईजीएल के अधिकारियों ने कहा कि कंपनी अपने स्पिरिट कारोबार को अलग करने और बाद में इसे शेयर बाजारों पर सूचीबद्ध करने पर विचार कर रही है।
आईजीएल भारत में निर्मित विदेशी शराब (आईएमएफएल) कारोबार से लगभग 25 प्रतिशत राजस्व प्राप्त करती है। आईजीएल विशेष रसायनों से लेकर एल्कोहल खंड तक में कारोबार करती है।
प्रीमियम व्हिस्की बाजार में प्रवेश करने की अपनी रणनीति के तहत आईजीएल उत्तर भारत के बाजारों में प्रीमियम खंड में अमृत के चुनिंदा ब्रांड का वितरण और बिक्री करेगी।
आईजीएल के आईएमएफएल खंड के सलाहकार अध्यक्ष राजू वाजीराने ने कहा कि इस ब्रांड लाइसेंसिंग समझौते से आईजीएल को व्हिस्की बाजार के प्रीमियम खंड में बेहतर स्थिति में आने में मदद मिलेगी।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, “अमृत के साथ इस साझेदारी के माध्यम से आईजीएल अगले कुछ वर्षों में प्रासंगिक प्रीमियम खंड में दहाई अंक की बाजार हिस्सेदारी हासिल करने की योजना बना रही है।”
आईजीएल के वित्त प्रमुख मनीष पंत ने कहा कि कंपनी अपने स्पिरिट कारोबार को एक अलग इकाई में विभाजित करने और बाद में शेयर बाजारों में सूचीबद्ध करने की भी योजना बना रही है।
पिछले वित्त वर्ष (2023-24) के लिए आईजीएल की एकीकृत आमदनी 7,947.27 करोड़ रुपये रही, जिसमें स्पिरिट्स कारोबार का योगदान लगभग 15 प्रतिशत था।
भाषा अनुराग अजय
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