नयी दिल्ली, पांच जनवरी (भाषा) देश के शीर्ष कृषि अनुसंधान निकाय आईसीएआर के एक सदस्य ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संगठन को पुनर्जीवित करने के लिए वैश्विक विशेषज्ञता वाले एक नये दूरदर्शी महानिदेशक की नियुक्ति करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि मौजूदा प्रमुख के अगले महीने सेवानिवृत्त होने से पहले यह नियुक्ति की जानी चाहिए।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के शासी निकाय के सदस्य वेणुगोपाल बदरवाड़ा ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और भर्ती अनियमितताओं के आरोपों के बीच संगठन में सुधार का एक मौका देता है।
वर्तमान महानिदेशक हिमांशु पाठक फरवरी में सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
बदरवाड़ा ने प्रणालीगत सुधारों और पारदर्शिता को बढ़ाने के लिए आईसीएआर के बाहर से नेतृत्व लाने का आग्रह किया।
राष्ट्रीय पशुधन और मवेशी प्रजनन मिशन के लिए सलाहकार समिति में काम कर चुके बदरवाड़ा ने बयान में नए महानिदेशक की खोज समिति में शामिल होने का अनुरोध भी किया।
उन्होंने कहा कि संस्थान ने चावल की खेती पर बहुत अधिक ध्यान दिया, जबकि दाल, तिलहन और खाद्य सुरक्षा तथा आत्मनिर्भरता के लिए महत्वपूर्ण देशी फसल किस्मों की उपेक्षा की।
बदरवाड़ा ने कहा कि आनुवंशिक रूप से संशोधित बीजों पर अत्यधिक ध्यान ने देशी किस्मों को संरक्षित करने और जलवायु-प्रतिरोधी फसलों को विकसित करने के प्रयासों को बाधित किया है।
भाषा पाण्डेय अजय
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