शीर्ष आठ शहरों में जुलाई-सितंबर तिमाही में आवासीय बिक्री में पांच प्रतिशत की गिरावट

शीर्ष आठ शहरों में जुलाई-सितंबर तिमाही में आवासीय बिक्री में पांच प्रतिशत की गिरावट

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  • Publish Date - October 8, 2024 / 12:42 PM IST,
    Updated On - October 8, 2024 / 12:42 PM IST

नयी दिल्ली, आठ अक्टूबर (भाषा) देश के शीर्ष आठ शहरों में जुलाई-सितंबर तिमाही में आवासीय बिक्री में नई पेशकश में कमी तथा कीमतों में तेजी के कारण पांच प्रतिशत की गिरावट आई है।

रियल एस्टेट ‘ब्रोकरेज’ मंच प्रॉपटाइगर डॉट कॉम ने भारत के आवासीय बाजार पर मंगलवार को ‘रियल इनसाइट’ नामक रिपोर्ट जारी की। प्रॉपटाइगर ऑस्ट्रेलिया की आरईए समूह का हिस्सा है। आरईए इंडिया के पास हाउसिंग डॉट कॉम का स्वामित्व है।

रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई-सितंबर में कुल 96,544 इकाइयां बेची गईं, जो 2023 में इसी अवधि के दौरान बेची गई 1,01,221 इकाइयों से पांच प्रतिशत कम है।

प्रमुख आठ बाजारों में पेश की गईं नई आवासीय इकाइयों की संख्या समीक्षाधीन अवधि में सालाना आधार पर 1,23,080 इकाइयों से 25 प्रतिशत घटकर 91,863 इकाई रह गई।

प्रॉपटाइगर ने रिपोर्ट में मकान की कीमतों में तेज वृद्धि के सामर्थ्य को प्रभावित करने की बात को भी रेखांकित किया। शीर्ष आठ शहरों में कीमतों में औसतन करीब 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

आंकड़ों के अनुसार, केवल दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में मकानों की बिक्री बढ़ी है। अन्य सात प्रमुख शहरों में गिरावट आई है।

दिल्ली-एनसीआर में जुलाई-सितंबर के दौरान बिक्री सालाना आधार पर 29 प्रतिशत बढ़कर 10,098 इकाई हो गई। पिछले साल समान अवधि में यह 7,800 इकाई थी।

हालांकि, अहमदाबाद में बिक्री 10,305 इकाई से नौ प्रतिशत घटकर 9,352 इकाई, बेंगलुरू में 12,588 इकाई से 11 प्रतिशत घटकर 11,160 इकाई, चेन्नई में 3,874 इकाई से आठ प्रतिशत घटकर 3,560 इकाई, हैदराबाद में 14,191 इकाई से 19 प्रतिशत घटकर 11,564 इकाई और कोलकाता में बिक्री 3,607 इकाई से 22 प्रतिशत घटकर 2,796 इकाई रह गई।

मुंबई महानगर क्षेत्र में समीक्षाधीन अवधि में आवासीय संपत्तियों की बिक्री 30,299 इकाइयों से एक प्रतिशत घटकर 30,010 इकाई रह गई। पुणे में आवासीय बिक्री तीन प्रतिशत घटकर 18,004 इकाई रह गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 18,557 इकाई थी।

आरईए इंडिया के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) एवं प्रॉपटाइगर डॉट कॉम के व्यवसाय प्रमुख विकास वधावन ने कहा, ‘‘ बिक्री और नई पेशकश दोनों में सालाना आधार पर गिरावट बढ़ती कीमतों के प्रति बाजार की प्रतिक्रिया को दर्शाती है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ हम बाजार गतिविधि में एक स्वस्थ मंदी देख रहे हैं, जो अंतिम उपयोगकर्ताओं के लिए फायदेमंद है क्योंकि यह स्थायी वृद्धि लाता है। पिछली कुछ तिमाहियों में बड़े बाजारों के कुछ प्रमुख क्षेत्रों में कीमतों में तीन प्रतिशत से लेकर 50 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है जिससे तत्काल खरीद निर्णय प्रभावित हुए हैं।’’

हालांकि, वधावन को उम्मीद है कि खरीदार धीरे-धीरे नई मूल्य वास्तविकताओं के साथ समायोजित हो जाएंगे।

दिल्ली-एनसीआर में गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद शामिल हैं। वहीं मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में मुंबई, नवी मुंबई और ठाणे शामिल हैं।

भाषा निहारिका

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