हाऊसिंग प्रोजेक्ट्स गुजर रहे बुरे दौर से, 3 लाख 32 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के निर्माण अटके

हाऊसिंग प्रोजेक्ट्स गुजर रहे बुरे दौर से, 3 लाख 32 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के निर्माण अटके

हाऊसिंग प्रोजेक्ट्स गुजर रहे बुरे दौर से, 3 लाख 32 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के निर्माण अटके
Modified Date: November 29, 2022 / 08:04 pm IST
Published Date: August 11, 2018 10:22 am IST

नई दिल्ली। देशभर में हाऊसिंग प्रोजेक्ट्स बुरे दौर से गुजर रहे हैं। अलग-अलग शहरों में करीब 3,32,848 करोड़ रुप अरब डॉलर की 4.65 लाख यूनिट्स का निर्माण अपने तय समय से विलंब से चल रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इनके पीछे मुख्य कारण सेल्स में सुस्ती, नकदी की कमी और प्रॉजेक्ट की मंजूरी संबंधी कारण है। इससे बिल्डर्स की हालत खराब हो रही है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 1,687 प्रोजेक्ट्स के 4,65,555 यूनिट्स में करीब 60 करोड़ वर्गफुट बिक्री योग्य एरिया की डिलीवरी में विलंब हो चुका है।

एक जानी मानी रियल एस्टेट डेटा और ऐनालिटिक्स फर्म की रिपोर्ट में कहा गया है कि इन रिहाइशी यूनिट्स की मौजूदा मार्केट वैल्यू 3,32,848 करोड़ रुप (47 अरब डॉलर से अधिक) है। फर्म का कहना है कि, ‘इन प्रोजेक्ट्स में 2-8 साल की देरी हो चुकी है। यह बताना मुश्किल है कि ये प्रॉजेक्ट्स कब पूरे होंगे

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फर्म की रिपोर्ट के अनुसार, ‘देश के कुछ मार्केट में रियल एस्टेट सेक्टर में रिकवरी की शुरुआत हुई है, लेकिन 4.65 लाख यूनिट्स की डिलीवरी तय समय से काफी पीछे चल रही है। हाऊसिंग प्रोजेक्ट्स की डिलीवरी में देरी के कुछ और कारण हैं। इनमें वित्तीय कठिनाई से लेकर निर्माण में चुनौती, डिमांड से अधिक सप्लाई, एन्वायरमेंटल क्लीयरेंस समेत सेल्स में सुस्ती शामिल हैं।

वेब डेस्क, IBC24


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