नयी दिल्ली, 11 सितंबर (भाषा) जापान की वाहन विनिर्माता कंपनी होंडा ने आईआईटी दिल्ली और आईआईटी बॉम्बे के साथ कृत्रिम मेधा(एआई) प्रौद्योगिकियों पर संयुक्त अनुसंधान शुरू करने की बुधवार को घोषाणा की।
कंपनी की योजना ऐसी चालक सहायता और स्वचालित ‘ड्राइविंग’ प्रौद्योगिकियों को विकसित करना है जो भारत सहित दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में पेश की जा सकें।
कंपनी ने बयान में कहा, संयुक्त अनुसंधान का मकसद होंडा सीआई (कॉपरेटिव इंटेलिजेंस) को और आगे बढ़ाना है। सीआई मूल रूप से होंडा एआई है जो मशीनों तथा लोगों के बीच आपसी समझ को कायम करती है।
भारत में होंडा की अनुषंगी कंपनी होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड (एचसीआईएल) दोनों आईआईटी के साथ एक संयुक्त अनुसंधान अनुबंध पर हस्ताक्षर करेगी।
बयान में कहा गया, ‘‘ आईआईटी बड़ी संख्या में उत्कृष्ट शोधकर्ताओं तथा इंजीनियर का घर है। उन संस्थानों के साथ संयुक्त अनुसंधान के जरिये सीआई की अंतर्निहित प्रौद्योगिकियों को आगे बढ़ाने का प्रयास होंडा करेगा, साथ ही भविष्य में उन प्रौद्योगिकियों के अनुप्रयोगों पर ध्यान केंद्रित करेगा जो यातायात दुर्घटनाओं को कम करेंगे और स्वचालित ‘ड्राइविंग’ को सक्षम बनाएंगे।’’
होंडा ने कहा कि वह 2019 से सक्रिय रूप से आईआईटी स्नातकों को काम पर रख रहा है। इनमें से कई अब ‘मोबिलिटी इंटेलिजेंस’ के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जिसमें सीआई का अनुसंधान व विकास भी शामिल है।
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