हिंदुस्तान यूनिलीवर के निदेशक मंडल ने आइसक्रीम कारोबार को अलग करने की मंजूरी दी

हिंदुस्तान यूनिलीवर के निदेशक मंडल ने आइसक्रीम कारोबार को अलग करने की मंजूरी दी

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  • Publish Date - November 25, 2024 / 07:42 PM IST,
    Updated On - November 25, 2024 / 07:42 PM IST

नयी दिल्ली, 25 नवंबर (भाषा) सर्फ, साबुन जैसे दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली हिंदुस्तान यूनिलीवर लि. (एचयूएल) ने सोमवार को कहा कि उसके निदेशक मंडल ने आइसक्रीम कारोबार को एक स्वतंत्र सूचीबद्ध इकाई में अलग करने की मंजूरी दे दी है। कंपनी के पास क्वालिटी वॉल्स, कॉर्नेटो और मैग्नम जैसे ब्रांड हैं।

कंपनी ने बयान में कहा कि उसके मौजूदा शेयरधारकों को एचयूएल में उनकी हिस्सेदारी के अनुपात में नई इकाई में शेयर मिलेंगे।

हालांकि, आइसक्रीम कारोबार को अलग करने की प्रक्रिया लागू कानूनों के अनुसार आवश्यक मंजूरी और प्रक्रियाओं पर निर्भर करेगी।

एचयूएल ने इससे पहले 23 अक्टूबर को कहा था कि वह आइसक्रीम कारोबार का मूल्यांकन करने की प्रक्रिया में है। यह कंपनी के कारोबार में लगभग तीन प्रतिशत का योगदान देता है।

उसने कहा कि वह सभी शेयरधारकों के लिए मूल्य को अधिकतम करने की कोशिश कर रही है। स्वतंत्र समिति की सिफारिशों के आधार पर निदेशक मंडल (बोर्ड) इस वर्ष के अंत तक कारोबार को अलग करने के तरीके को निर्धारित करेगा।

एचयूएल ने कहा, ‘‘उसके निदेशक मंडल ने आइसक्रीम कारोबार को अलग करने के विभिन्न तरीकों पर विचार किया और उसके बाद सभी शेयरधारकों के लिए मूल्य को अधिकतम करने की दृष्टि से कारोबार को अलग करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।’’

बोर्ड ने एचयूएल के प्रबंधन को आइसक्रीम कारोबार को अलग करने के लिए आवश्यक शुरुआती कदम उठाने के लिए भी अधिकृत किया है।

एचयूएल बोर्ड ने पिछले महीने स्वतंत्र समिति की सिफारिश के आधार पर आइसक्रीम कारोबार को अलग करने का फैसला किया था। समिति का गठन कंपनी ने इस साल सितंबर में किया था।

भाषा रमण अजय

अजय