शिमला, दो जनवरी (भाषा) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार 828 मेगावाट की कुल क्षमता वाली 22 नई पनबिजली परियोजनाएं आवंटित करने के लिए तैयार है।
ये परियोजनाएं कुल्लू, चंबा, किन्नौर, लाहौल-स्पीति और शिमला जिलों में स्थित हैं। इनकी क्षमता 6.5 मेगावाट से लेकर 400 मेगावाट तक होगी।
सुक्खू ने कहा कि चिनाब नदी बेसिन के लिए 595 मेगावाट की कुल क्षमता वाली नौ परियोजनाओं का सबसे बड़ा आवंटन किया जाना है। इसके अलावा सतलज नदी बेसिन के लिए 169 मेगावाट की कुल आठ परियोजनाएं, रावी बेसिन के लिए 55 मेगावाट वाली चार परियोजनाएं और ब्यास बेसिन के लिए नौ मेगावाट की क्षमता वाली एक परियोजना निर्धारित की गई है।
उन्होंने एक बयान में कहा कि राज्य सरकार पहली बार इन परियोजनाओं को अन्य राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों और केंद्रीय एवं राज्य उपक्रमों को आवंटित करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘परियोजनाओं को 40 साल के पट्टे पर 10 लाख रुपये प्रति मेगावाट के अग्रिम प्रीमियम के साथ सौंपा जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि इस संबंध में ऊर्जा निदेशालय राज्यों और केंद्रीय उपक्रमों के सचिवों को पहले ही एक पत्र जारी कर चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं से बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी, मुफ्त बिजली के माध्यम से राजस्व में वृद्धि होगी और स्थानीय निवासियों के लिए रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘इससे आसपास के क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा मिलेगा और हिमाचल प्रदेश को भारत के सबसे समृद्ध राज्यों में से एक बनने का मार्ग प्रशस्त होगा।’’
भाषा राजेश राजेश प्रेम
प्रेम