एचएफसीएल गठजोड़ को भारतनेट के तीसरे चरण के लिए मिलेगा 13,000 करोड़ रुपये का अनुबंध

एचएफसीएल गठजोड़ को भारतनेट के तीसरे चरण के लिए मिलेगा 13,000 करोड़ रुपये का अनुबंध

  •  
  • Publish Date - November 11, 2024 / 09:59 PM IST,
    Updated On - November 11, 2024 / 09:59 PM IST

नयी दिल्ली, 11 नवंबर (भाषा) दूरसंचार उपकरण विनिर्माता एचएफसीएल लिमिटेड को अपने गठजोड़ भागीदारों के साथ उत्तर प्रदेश पूर्व, उत्तर प्रदेश पश्चिम और पंजाब सर्किलों के लिए भारतनेट के तीसरे चरण के तहत 13,000 करोड़ रुपये की ऑप्टिकल फाइबर आधारित ब्रॉडबैंड नेटवर्क परियोजनाओं के लिए सबसे निचली बोली लगाने वाली कंपनी घोषित किया गया है।

एचएफसीएल लिमिटेड ने सोमवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसने गठजोड़ भागीदारों के माध्यम से उत्तर प्रदेश पूर्व और उत्तर प्रदेश पश्चिम के लिए तथा अकेले पंजाब सर्किल के लिए बोलियां लगाईं।

कंपनी ने कहा, “एक गठजोड़ एचएफसीएल-रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल)-एरियल टेलीकॉम सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड को भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) द्वारा सबसे कम बोली लगाने वालों के रूप में घोषित किया गया है। भारतनेट के तीसरे चरण के कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश (पूर्व) और उत्तर प्रदेश (पश्चिम) में मिडिल-माइल नेटवर्क प्रदान करने के लिए लगभग 6,925 करोड़ रुपये की बोलियां लगाई गई हैं।”

एचएफसीएल ने कहा कि गठजोड़ को पहले पांच वर्षों के लिए पूंजीगत व्यय के 5.5 प्रतिशत की वार्षिक दर और बाद के पांच वर्षों के लिए 6.5 प्रतिशत की दर से 10 साल का संचालन और रखरखाव (ओ एंड एम) आदेश दिया जाएगा, जिसकी कीमत नेटवर्क के पहले रिंग के चालू होने के बाद लगभग 4,155 करोड़ रुपये होगी।

कंपनी ने कहा, “एचएफसीएल भारतनेट के तीसरे चरण की निविदाओं में एकल आधार पर 1,244 करोड़ रुपये की बोली मूल्य के साथ पंजाब सर्किल के लिए शीर्ष बोलीदाता के रूप में भी उभरी है। इसके अलावा, एचएफसीएल को नेटवर्क की पहली रिंग के चालू होने के बाद, पहले पांच वर्षों के लिए 5.5 प्रतिशत प्रति वर्ष पूंजीगत व्यय और अगले पांच वर्षों के लिए 6.5 प्रतिशत प्रति वर्ष पूंजीगत व्यय की दर के साथ लगभग 746 करोड़ रुपये मूल्य के 10 साल के ओएंडएम ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।”

एचएफसीएल के प्रबंध निदेशक महेंद्र नाहटा ने कहा, “बीएसएनएल के एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में, हम निरंतर सहयोग और भारतनेट के तीसरे चरण कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान देने की उम्मीद करते हैं।”

भाषा अनुराग अजय

अजय