HDFC Bank hikes prime lending rate : नई दिल्ली। HDFC बैंक ने अपने ग्राहकों को जोरदार झटका दिया है। बैंक ने हाउसिंग लोन पर अपनी रिटेल प्राइम लेंडिंग रेट में बदलाव किया है। बैंक ने एक बयान में कहा कि 20 दिसंबर 2022 से उसने अपने प्राइम लेंडिंग रेट में 35 बेसिस प्वाइंट यानी 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। इस इजाफे के बाद होम लोन की मिनिमम दर बढ़कर अब 8.65 फीसदी हो गई है। HDFC के अनुसार, होम लोन पर 8.65 फीसदी की ब्याज दर सिर्फ उन ग्राहकों के लिए ही होगी, जिनका क्रेडिट स्कोर 800 या उससे अधिक होगा।
इस साल मई से लेकर अब तक HDFC बैंक अपनी लोन की दरों में 2.25 फीसदी तक का इजाफा कर चुका है। एक बार फिर से हुई बढ़ोतरी के बाद होम लोन और महंगा हो जाएगा। होम लोन पर ब्याज दर बढ़ने से लोगों की ईएमआई बढ़ जाती है। बढ़ी EMI का बोझ कम करने का एक उपाय लोन का टेन्योर बढ़वाना है। आम तौर पर बैंक भी चाहते हैं कि कस्टमर लोन का टेन्योर बढ़वाएं।
HDFC ने पिछले महीने भी प्राइम लेंडिंग रेट में बढ़ोतरी का ऐलान किया था। HDFC ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि एडजस्टेबल रेट होम लोन को फ्लोटिंग या वेरिएबल रेट लोन के रूप में भी जाना जाता है। ARHL का बेंचमार्क रेट RPLR से जुड़ा होता है। HDFC का कोई भी बदलाव RPLR लागू ब्याज दरों पर असर डाल सकता है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कुछ समय पहले रेपो रेट में इजाफा किया था। इसके बाद से देश के प्राइवेट और सरकारी बैंकों ने अपने लोन महंगे कर दिए हैं। रिजर्व बैंक के द्वारा महंगाई पर नियंत्रण के लिए उठाए जाने वाले कदमों से कर्ज की दरों पर असर पड़ रहा है।
HDFC Bank hikes prime lending rate : रिजर्व बैंक ने इस साल लगातार पांच बार रेपो रेट में बढ़ोत्तरी की है। साल के आखिरी महीने में रेपो रेट में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी के बाद रेपो रेट 6.25 फीसदी पर पहुंच गया है। इस साल केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों में कुल 2.25 फीसदी का इजाफा किया है। रिजर्व बैंक की ओर से रेपो रेट में बढ़ोतरी का सिलसिला मई 2022 महीने से शुरू किया गया था। तब रेपो रेट में 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी।
एक्सिस बैंक के अनुसार 1-वर्ष की MCLR अब पिछले 8.45% से बढ़कर 8.75% हो गई है। जबकि 2 वर्ष और 3 वर्ष की MCLR अब क्रमशः 8.55% और 8.60% की तुलना में 8.85% और 8.90% है। इस बीच छह महीने की एमसीएलआर 8.40% से बढ़कर 8.70% हो गई है और तीन महीने की एमसीएलआर पहले के 8.35% से बढ़कर 8.65% हो गई है। पिछले 8.25% की तुलना में एक महीने और ओवरनाइट अवधि की एमसीएलआर 8.55% है। बैंक ने कहा कि ये दरें अगली समीक्षा तक मान्य रहेंगी