नयी दिल्ली, नौ जनवरी (भाषा) राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक (एनसीएससी) एम यू नायर ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार बिजली क्षेत्र में उपयोग किए जाने वाले उपकरणों के लिए उत्पाद के भरोसेमंद स्रोत नियमों पर काम कर रही है। इससे पहले, दूरसंचार नेटवर्क के लिए इस नियम को लागू किया गया था।
उद्योग मंडल फिक्की के साइबर सुरक्षा सम्मेलन में नायर ने कहा कि 2021 में सार्वजनिक डिजिटल बुनियादी ढांचे की रीढ़ दूरसंचार क्षेत्र पर राष्ट्रीय सुरक्षा निर्देश (एनएसडीटीएस) के लागू होने से दूरसंचार नेटवर्क सुरक्षित बन गया है।
नायर ने कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि आपने देखा होगा कि अमेरिका में दूरसंचार नेटवर्क को लेकर बहुत सारी समस्याएं हैं। वहीं 2021 के बाद से, हमारे दूरसंचार नेटवर्क साइबर सुरक्षा के लिहाज काफी सुरक्षित हैं। इसका कारण हमने आपूर्ति श्रृंखला के मसले को दूर किया है…। अब सरकार ऊर्जा मंत्रालय के साथ काम कर रही है, क्योंकि हमारे बिजली ग्रिडों को सुरक्षित करने की आवश्यकता है।’’
एनएसडीटीएस के लागू होने से चीनी कंपनियों से उपकरणों की खरीद पर एक तरह से प्रतिबंध लग गया है।
नायर ने कहा, ‘‘जो उत्पाद हमारे बड़े डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के हिस्से के रूप में ऐसे (महत्वपूर्ण) नेटवर्क का हिस्सा हैं, उन्हें स्वदेशी रूप से बनाने आवश्यकता है…।’’
उन्होंने कहा कि बड़ी कंपनियों को अपने निदेशक मंडल में साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ रखने चाहिए और अपनी वार्षिक रिपोर्ट में साइबर सुरक्षा पर एक अध्याय भी शामिल करना चाहिए।
नायर ने कहा कि उद्योग जिस आम समस्या का सामना कर रहा है वह साइबर सुरक्षा कुशल पेशेवरों की कमी है।
उन्होंने कहा कि कुछ विश्वविद्यालयों ने साइबर सुरक्षा में विशेष पाठ्यक्रम पेश करना शुरू कर दिया है। लेकिन इसमें तेजी लाने की जरूरत है क्योंकि उद्योग में बड़ी संख्या में कुशल पेशेवरों की जरूरत है।
भाषा रमण अजय
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