नयी दिल्ली, 12 नवंबर (भाषा) सरकार ने मंगलवार को कहा कि वह प्याज की कीमतों पर कड़ी नजर रख रही है और अस्थायी आपूर्ति बाधाओं के बीच कीमतों को स्थिर करने के लिए खुदरा बाजार में बफर स्टॉक से अधिक मात्रा में प्याज उतारेगी।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में प्याज का खुदरा मूल्य 67 रुपये प्रति किलोग्राम है, जबकि इसका अखिल भारतीय औसत खुदरा मूल्य 58 रुपये प्रति किलोग्राम है।
एक सरकारी बयान में कहा गया, ‘‘सरकार ने त्योहारी मौसम और मंडियों के बंद होने के कारण पिछले 2-3 दिनों में कुछ बाजारों में प्याज की आपूर्ति में अस्थायी बाधा को दूर करने के लिए प्याज आपूर्ति को बढ़ाने का फैसला किया है।’’
सहकारी संस्था नाफेड ने इस सप्ताह दिल्ली-एनसीआर के लिए दो और रैक और गुवाहाटी के लिए एक रैक मंगवाया है। इसी तरह, बाजार में प्याज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सड़क परिवहन के माध्यम से खेपों को भी बढ़ाया जाएगा।
इसके अलावा सरकार ने पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली आदि की जरूरतों को पूरा करने के लिए सोनीपत के कोल्ड स्टोरेज में रखे प्याज को उतारने का भी फैसला किया है।
बयान में कहा गया, ‘‘सरकार बाजार के घटनाक्रमों से वाकिफ है और प्याज की कीमतों को स्थिर करने के लिए उचित कदम उठा रही है।’’
इस बीच, सरकार ने कहा कि मंडियों में कीमतों में गिरावट के साथ टमाटर की खुदरा कीमतें नीचे आ रही हैं।
आजादपुर मंडी में, साप्ताहिक औसत कीमत 27 प्रतिशत घटकर 4,000 रुपये प्रति क्विंटल और पिंपलगांव (महाराष्ट्र) में, साप्ताहिक औसत कीमत 35 प्रतिशत घटकर 2,250 रुपये प्रति क्विंटल रह गई है।
मदनपल्ले (आंध्र प्रदेश) में, कुल साप्ताहिक आवक में 20 प्रतिशत की वृद्धि के बीच साप्ताहिक औसत कीमत 26 प्रतिशत घटकर 2,860 रुपये प्रति क्विंटल रह गई है। कोलार (कर्नाटक) में, साप्ताहिक औसत कीमत 27 प्रतिशत घटकर 2,250 रुपये प्रति क्विंटल रह गई है।
आलू की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमतें पिछले तीन महीनों से लगभग 37 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर हैं।
भाषा राजेश राजेश अजय
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