नयी दिल्ली, 26 सितंबर (भाषा) केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिए अपना उधारी लक्ष्य बरकरार रखते हुए आर्थिक वृद्धि को तेज करने के लिए दूसरी छमाही में दिनांकित प्रतिभूतियों की नीलामी से 6.61 लाख करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है।
वित्त मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बजट में निर्धारित 14.01 लाख करोड़ रुपये के सकल बाजार कर्ज में से 6.61 लाख करोड़ रुपये (47.2 प्रतिशत) दूसरी छमाही में प्रतिभूतियां जारी कर जुटाने की योजना है। इसमें 20,000 करोड़ रुपये के सरकारी हरित बॉन्ड (एसजीआरबी) भी शामिल हैं।’’
मंत्रालय ने कहा कि 21 साप्ताहिक नीलामियों के जरिये 6.61 लाख करोड़ रुपये की सकल बाजार उधारी जुटाई जाएगी। बाजार उधारी तीन, पांच, सात, 10, 15, 30, 40 एवं 50 साल की प्रतिभूतियों में फैली होगी।
इनमें तीन साल की परिपक्वता अवधि वाले कर्ज की हिस्सेदारी सबसे कम 5.3 प्रतिशत होगी जबकि 10 वर्ष की अवधि वाली प्रतिभूतियों का हिस्सा सर्वाधिक 24.8 प्रतिशत होगा।
सरकार ने कहा कि नीलामी अधिसूचनाओं में दर्शाई गई प्रत्येक प्रतिभूति के विरुद्ध 2,000 करोड़ रुपये तक की अतिरिक्त सदस्यता बनाए रखने के लिए ग्रीनशू विकल्प का प्रयोग करने का अधिकार सुरक्षित रहेगा।
वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में ट्रेजरी बिल जारी कर 19,000 करोड़ रुपये की उधारी जुटाए जाने की उम्मीद है।
चालू वित्त वर्ष के लिए अनुमानित 14.01 लाख करोड़ रुपये की सकल बाजार उधारी में से 7.4 लाख करोड़ रुपये यानी 52.8 प्रतिशत पहली छमाही में जुटाए जा चुके हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में सकल उधारी अनुमान 15.43 लाख करोड़ रुपये था जो अबतक का सबसे अधिक था।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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