नयी दिल्ली, 24 जनवरी (भाषा) घरेलू वित्तीय संस्थान आईएफसीआई लिमिटेड ने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने शेयरों के तरजीही निर्गम के जरिए कंपनी में 500 करोड़ रुपये की पूंजी डालने को मंजूरी दे दी है।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि वित्तीय सेवा विभाग ने वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान शेयर पूंजी की सदस्यता के लिए आईएफसीआई लिमिटेड को 500 करोड़ रुपये की धनराशि जारी करने के लिए राष्ट्रपति की मंजूरी से अवगत करा दिया है।
इसके बाद, कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक 29 जनवरी, 2025 को बुलाई गई है, जिसमें शेयरधारकों, शेयर बाजारों और ऐसे अन्य नियामक प्राधिकरणों के अनुमोदन के अधीन केंद्र सरकार को इक्विटी शेयरों के तरजीही निर्गम पर विचार किया जाएगा।
इस पूंजी निवेश के साथ सितंबर, 2024 तक कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी मौजूदा 71.72 प्रतिशत से और बढ़ने की उम्मीद है।
आईएफसीआई के लिए पूंजी निवेश योजना को दिसंबर में लोकसभा में 2024-25 के लिए अनुदान की पहली अनुपूरक मांग के पारित होने के माध्यम से मंजूरी दी गई थी।
भारतीय औद्योगिक वित्त निगम की स्थापना सरकार द्वारा एक जुलाई, 1948 को देश के पहले विकास वित्तीय संस्थान के रूप में की गई थी।
वित्त मंत्रालय ने नवंबर, 2024 में सैद्धांतिक रूप से ‘आईएफसीआई समूह के एकीकरण’ को मंजूरी दे दी, जिसमें आईएफसीआई लिमिटेड और स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और अन्य समूह कंपनियों का विलय/समामेलन शामिल है।
भाषा अनुराग रमण
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