नयी दिल्ली, एक दिसंबर (भाषा) घरेलू लेनदेन से अधिक राजस्व मिलने से नवंबर में सकल माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह 8.5 प्रतिशत बढ़कर 1.82 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।
रविवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, केंद्रीय जीएसटी संग्रह 34,141 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी 43,047 करोड़ रुपये, एकीकृत आईजीएसटी 91,828 करोड़ रुपये और उपकर 13,253 करोड़ रुपये रहा।
नवंबर में कुल सकल जीएसटी राजस्व 8.5 प्रतिशत बढ़कर 1.82 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 1.68 लाख करोड़ रुपये था।
अक्टूबर में 1.87 लाख करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रह नौ प्रतिशत वार्षिक वृद्धि के साथ दूसरा सबसे अच्छा जीएसटी संग्रह था। अब तक का सबसे अधिक संग्रह अप्रैल, 2024 में 2.10 लाख करोड़ रुपये से अधिक था।
समीक्षाधीन महीने के दौरान घरेलू लेनदेन से जीएसटी राजस्व 9.4 प्रतिशत बढ़कर 1.40 लाख करोड़ रुपये हो गया, जबकि आयात पर कर से राजस्व लगभग छह प्रतिशत बढ़कर 42,591 करोड़ रुपये हो गया।
इस महीने के दौरान 19,259 करोड़ रुपये के रिफंड जारी किए गए, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 8.9 प्रतिशत कम है।
रिफंड समायोजित करने के बाद, शुद्ध जीएसटी संग्रह 11 प्रतिशत बढ़कर 1.63 लाख करोड़ रुपये हो गया।
डेलॉयट इंडिया के साझेदार एम एस मणि ने कहा कि चालू वित्त वर्ष (2024-25) में सात प्रतिशत की अनुमानित जीडीपी वृद्धि चालू वित्त वर्ष के शेष चार महीनों में जीएसटी संग्रह के लिए अच्छी है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 के पहले आठ महीनों में संग्रह वित्त वर्ष 2024-25 से एक लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है और वित्त वर्ष 2024-25 के बजट अनुमानों से आगे है।
चालू वित्त वर्ष में अब तक शुद्ध जीएसटी संग्रह 12.90 लाख करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल अप्रैल-नवंबर की अवधि में 11.81 लाख करोड़ रुपये का संग्रह हुआ था।
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