(लक्ष्मी देवी)
नयी दिल्ली, 13 जनवरी (भाषा) प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी. के. मिश्रा ने कहा है कि मानसून की अनुकूल स्थिति से भारत का कृषि क्षेत्र वित्त वर्ष 2024-25 में मजबूत वृद्धि के लिए तैयार है।
मिश्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘‘मानसून अच्छा रहा है… मैं इस साल बहुत आशावादी हूं। ’’
वित्त वर्ष 2023-24 में कृषि तथा संबद्ध क्षेत्र की वृद्धि दर घटकर 1.4 प्रतिशत रह गई थी। हालांकि, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में संकेत दिया था कि अच्छे मानसून से चालू वित्त वर्ष में यह क्षेत्र 3.5 से चार प्रतिशत की दर से बढ़ सकता है।
मिश्रा ने कहा कि 2016-17 और 2022-23 के बीच कृषि तथा संबद्ध क्षेत्रों में औसतन पांच प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर देखी गई, जिसे पशुधन व मत्स्य पालन में मजबूत प्रदर्शन से समर्थन मिला। यह क्षेत्र कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान भी मजबूत बना रहा था और इसने समग्र आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
हालांकि, दाल और तिलहन उत्पादन में चुनौतियां बनी हुई हैं।
मिश्रा ने कहा कि दालों का उत्पादन एक दशक पहले के 1.4 करोड़ टन से बढ़कर 2.4-2.5 करोड़ टन हो गया, लेकिन भारत इस मामले अब भी आत्मनिर्भर नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘ कई शोध किए जा रहे हैं और हमें महत्वपूर्ण प्रगति करनी चाहिए।’’
कृषि संबंधी कच्चे माल और उपकरणों पर उच्च करों के बारे में पूछे जाने पर मिश्रा ने कहा कि कृषि मुद्दों को व्यापक कर नीति विचारों से अलग कर नहीं देखा जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘ कर से संबंधित कई मुद्दे हैं और उन पर समग्र रूप से विचार करने की आवश्यकता है।’’
भाषा निहारिका अजय
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