नयी दिल्ली, तीन नवंबर (भाषा) सकारात्मक आर्थिक कारकों और सुरक्षित निवेश की मांग के चलते संवत 2081 में सोना 15-18 प्रतिशत का प्रतिफल दे सकता है। विशेषज्ञों ने यह अनुमान जताया।
दिवाली के दिन शुरू हुआ संवत 2081 हिंदू कैलेंडर में एक नये वित्त वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है और इसलिए भारतीय निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है।
विश्लेषकों ने कहा कि सोने और चांदी का प्रदर्शन पिछले संवत 2080 में मजबूत रहा है और संवत 2081 के लिए धारणा सकारात्मक बनी हुई है।
उन्होंने यह भी कहा कि वैश्विक कारकों में बदलाव की स्थिति में निवेशकों को मामूली लाभ भी मिल सकता है।
एलकेपी सिक्योरिटीज में जिंस और मुद्रा शोध के उपाध्यक्ष जतिन त्रिवेदी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ”संवत 2081 में सोने के लिए संभावनाएं सकारात्मक बनी हुई हैं। हमें उम्मीद है कि कम से कम 10 प्रतिशत की तेजी तो रहेगी और अगर आयात शुल्क में कटौती से खरीदारी में तेजी जारी रहती है तो सोना 15-18 प्रतिशत तक महंगा हो सकता है।”
सोने ने संवत 2080 में निफ्टी सहित कई परिसंपत्ति वर्गों से बेहतर प्रदर्शन किया है।
जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज में जिंस और मुद्रा शोध के उपाध्यक्ष प्रणव मेर ने कहा कि केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीद और वैश्विक ब्याज दर नीतियों में बदलाव से सोने की कीमतों को समर्थन मिला।
भू-राजनीतिक जोखिमों और भविष्य में ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं के बीच दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों ने सोने की खरीदारी की, जिसके चलते पिछले साल इसकी कीमतों में 40 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई।
दूसरी ओर, चांदी में संवत 2080 के दौरान जोरदार उछाल आया और इस औद्योगिक धातु की कीमत करीब 40 प्रतिशत बढ़ गई।
विशेषज्ञों ने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा प्रतिबद्धताओं के कारण चांदी की मांग में वृद्धि जारी रहेगी।
भाषा पाण्डेय
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