नई दिल्ली: Gautam Adani Swiss Bank मेरिकी शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक बाद फिर भारत के नामी बिजनेस ग्रुप अडाणी को लेकर सनसनीखेज खुलासा किया है। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि अडाणी ग्रुप के 6 अगल—अलग खातों में जमा करीब ₹2600 करोड़ रुपए फ्रीज कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि ये बड़ी कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत की गई है। हालांकि हर बार की तरह अडाणी ग्रुप ने इस बार भी हिंडनबर्ग के इस दावे को अफवाह बताया है। बता दें कि पिछली बार हिंडनबर्ग की इस रिपोर्ट के बाद अडाणी के शेयर्स में गिरावट देखने को मिली थी।
Gautam Adani Swiss Bank हिंडनबर्ग के रिपोर्ट में ₹2600 करोड़ रुपए फ्रीज किए जाने के दावे के अडाणी ग्रुप ने कहा है कि यह सभी आरोप झूठे हैं। यह सब हमारी मार्केट वैल्यू कम करने के लिए किया जा रहा है। अडाणी ग्रुप ने कहा कि “हमारा किसी स्विस कोर्ट या बैंक खातों से कोई संबंध नहीं है। हमारा विदेशी होल्डिंग स्ट्रक्चर पूरी तरह से पारदर्शी है और किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं किया गया है। यह रिपोर्ट सिर्फ हमारी साख गिराने के लिए बनाई गई है।
वहीं, हिंडनबर्ग के दावे के बाद अदानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई थी। 24 जनवरी 2023 को कंपनी के शेयर ₹3442 पर थे, जो 22 फरवरी तक 59% गिरकर ₹1404 तक पहुंच गए। इस रिपोर्ट के बाद, सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए 6 सदस्यीय समिति बनाई थी। हालांकि, अदानी ग्रुप ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया था।
स्विस मीडिया के मुताबिक, हिंडनबर्ग द्वारा पहला आरोप लगाने से पहले ही जेनेवा के पब्लिक प्रॉसिक्यूटर ने अडाणी ग्रुप की गलत गतिविधियों की जांच शुरू कर दी थी। रिपोर्ट के अनुसार, स्विस कोर्ट के नए रिकॉर्ड बताते हैं कि अडाणी ग्रुप से जुड़े एक व्यक्ति ने BVI, मॉरीशस और बरमूडा फंड्स में निवेश किया था, लेकिन अपनी पहचान छिपाई थी।