नयी दिल्ली, चार अक्टूबर (भाषा) साइबर सुरक्षा कंपनी क्लाउडसेक ने शुक्रवार को कहा कि साइबर जालसाज संदिग्ध गेमिंग ऐप के प्रचार के लिए रोजाना 1,000 से अधिक फर्जी डोमेन और मुकेश अंबानी एवं विराट कोहली जैसी हस्तियों के डीपफेक वीडियो बना रहे हैं।
क्लाउडसेक की एक रिपोर्ट कहती है कि कृत्रिम मेधा (एआई) का इस्तेमाल कर बनाए गए फर्जी वीडियो में संदिग्ध ऐप के समर्थन वाला प्रमुख हस्तियों के नकली समाचार वीडियो बनाने के लिए मशहूर टेलीविजन एंकरों के फुटेज में हेराफेरी की जाती है।
रिपोर्ट कहती है, ‘धोखेबाज न केवल लोगों को संदिग्ध ऐप डाउनलोड करने के लिए लुभाने के लिए डीपफेक वीडियो का उपयोग कर रहे हैं, बल्कि असली दिखने के लिए एक नकली प्ले स्टोर भी बना रहे हैं। शोध से पता चलता है कि सात से अधिक देशों के लोगों को धोखा देने के लिए हर दिन 1000 से अधिक फर्जी डोमेन बनाए जा रहे हैं।’
साइबर सुरक्षा फर्म ने कहा कि डीपफेक की पहचान करने वाली प्रौद्योगिकी का फायदा उठाते हुए उसके शोध दल ने भारत, पाकिस्तान, नाइजीरिया, सऊदी अरब और अन्य देशों में उपयोगकर्ताओं को लक्षित करके एक नकली गेमिंग ऐप को बढ़ावा देने के लिए भ्रामक अभियानों की एक शृंखला चिह्नित की है।
रिपोर्ट के मुताबिक, मुकेश अंबानी, विराट कोहली, अनंत अंबानी, नीरज चोपड़ा, क्रिस्टियानो रोनाल्डो, जेम्स डोनाल्डसन (मिस्टर बीस्ट) और डेडपूल उर्फ रेयान रेनॉल्ड्स जैसी हस्तियां अंतरराष्ट्रीय ऐप का प्रचार करते हुए दिखाई गई हैं।
इन हस्तियों के वीडियो उपयोगकर्ताओं को न्यूनतम निवेश से पर्याप्त वित्तीय पुरस्कार का वादा करके लुभाते हैं और गेम खेलकर अपने पैसे कई गुना बढ़ाने का दावा करते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘ये वीडियो अक्सर सम्मानित समाचार एंकरों के हेराफेरी वाले फुटेज से शुरू होते हैं। इन फर्जी प्रसारणों का दावा है कि मोबाइल एप्लिकेशन सभी क्षेत्रों के लोगों को आसानी से पैसा कमाने में मदद कर रहा है।’
क्लाउडसेक ने डीपफेक वीडियो की पहचान करने वाली अपनी प्रौद्योगिकी को सभी के लिए निःशुल्क करने की घोषणा भी की। इससे लोगों को डीपफेक वीडियो की पहचान करने में मदद करेगी।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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