वैश्विक सहयोग, प्रवर्तन पर ध्यान देने से अवैध वस्तुओं की जब्ती बढ़ी: डीआरआई प्रमुख

वैश्विक सहयोग, प्रवर्तन पर ध्यान देने से अवैध वस्तुओं की जब्ती बढ़ी: डीआरआई प्रमुख

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  • Publish Date - February 12, 2024 / 03:48 PM IST,
    Updated On - February 12, 2024 / 03:48 PM IST

नयी दिल्ली, 12 फरवरी (भाषा) अंतरराष्ट्रीय सहयोग और प्रवर्तन पर ध्यान देने के चलते बड़ी संख्या में अवैध वस्तुओं की जब्ती हो रही है और तस्करी पर रोक लगी है। राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) के प्रमुख एम के सिंह ने सोमवार को यह बात कही।

डीआरआई ड्रग्स, हथियार, वन्यजीव, पर्यावरण, धन शोधन और आतंकी वित्तपोषण से जुड़े विभिन्न वैश्विक प्रवर्तन अभियानों में सक्रिय रूप से शामिल है।

डीआरआई के प्रधान महानिदेशक सिंह ने कहा, ‘‘हमारे विदेशी समकक्षों के साथ खुफिया जानकारी के लगातार आदान-प्रदान के जरिये कई अभियान चलाए गए हैं। इसके चलते म्यामां, बांग्लादेश, मालदीव, श्रीलंका और नेपाल सहित कई देशों में सीमा शुल्क अधिकारियों ने महत्वपूर्ण मात्रा में अवैध सामग्री जब्त की है।’’

उन्होंने फिक्की कैस्केड के ‘तस्करी विरोधी दिवस’ पर एक कार्यक्रम में कहा कि डीआरआई लाल चंदन, सिगरेट, नकली मुद्रा, विदेशी मुद्रा और वन्यजीव उत्पादों सहित कई अन्य वस्तुओं की तस्करी पर भी कड़ी नजर रख रहा है।

सिंह ने कहा कि ये बरामदगी डीआरआई अधिकारियों के बीच बेहतरीन ‘टीम वर्क’ का नतीजा है। इन्हें देश में हमारी सहयोगी कानून प्रवर्तन एजेंसियों का सहयोग हासिल है।

उन्होंने कहा कि फिक्की कैस्केड की पहल से हमें तस्करी और जालसाजी के बढ़ते खतरे पर चर्चा करने का मंच मिलता है। फिक्की कैस्केड अर्थव्यवस्था को नष्ट करने वाली तस्करी और जालसाजी गतिविधियों के खिलाफ काम करने वाली एक समिति है।

फिक्की कैस्केड के चेयरमैन अनिल राजपूत ने कहा, ‘‘हमने 11 फरवरी, 2022 को तस्करी विरोधी दिवस की शुरुआत की थी और इसकी बहुआयामी चुनौती के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और ठोस कार्रवाई करने का संकल्प लिया था।’’

फिक्की कैस्केड ने अब ‘तस्करी के सामान को करो नकार, विकसित भारत का सपना करो साकार’ नारे के साथ एक नया अभियान शुरू किया है।

भाषा पाण्डेय अजय

अजय