राजकोषीय घाटा दिसंबर के अंत में 2024-25 के लक्ष्य का 56.7 प्रतिशत: सीजीए

राजकोषीय घाटा दिसंबर के अंत में 2024-25 के लक्ष्य का 56.7 प्रतिशत: सीजीए

राजकोषीय घाटा दिसंबर के अंत में 2024-25 के लक्ष्य का 56.7 प्रतिशत: सीजीए
Modified Date: January 31, 2025 / 05:35 pm IST
Published Date: January 31, 2025 5:35 pm IST

नयी दिल्ली, 31 जनवरी (भाषा) केंद्र का राजकोषीय घाटा दिसंबर 2024 के अंत तक चालू वित्त वर्ष के लक्ष्य का 56.7 प्रतिशत रहा।

महालेखा नियंत्रक (कैग) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, वास्तविक रूप में राजकोषीय घाटा (व्यय व राजस्व के बीच का अंतर) अप्रैल-दिसंबर 2024-25 में 9,14,089 करोड़ रुपये रहा। घाटा 2023-24 के बजट अनुमान का 55 प्रतिशत रहा।

सीजीए के आंकड़ों के अनुसार, केंद्र सरकार का कर राजस्व (शुद्ध) 18.43 लाख करोड़ रुपये या 2024-25 के बजट अनुमान का 71.3 प्रतिशत रहा। गत वित्त वर्ष 2023-24 की इसी अवधि में यह 74.2 प्रतिशत था।

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केंद्र सरकार के राजस्व-व्यय आंकड़ों के अनुसार, कुल व्यय 32.32 लाख करोड़ रुपये रहा जो बजट अनुमान का 67 प्रतिशत है। एक साल पहले समान अवधि में यह बजट अनुमान का 67.8 प्रतिशत था।

केंद्रीय बजट में सरकार ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 में राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 4.9 प्रतिशत पर लाने का अनुमान लगाया है। 2023-24 में घाटा जीडीपी का 5.6 प्रतिशत था।

कुल मिलाकर, सरकार का लक्ष्य चालू वित्त वर्ष 2024-25 में राजकोषीय घाटे को 16,13,312 करोड़ रुपये तक सीमित रखना है।

भाषा निहारिका पाण्डेय

पाण्डेय


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