कोलकाता, 27 जुलाई (भाषा) कंटेनरों की कमी तथा भाड़ा में बढ़ने से कोलकाता से निर्यात प्रभावित हो रहा है। निर्यातकों ने मंगलवार को कहा कि इससे उन्हें भारी वित्तीय और कारोबारी नुकसान होने का अंदेशा है।
उन्होंने कहा कि जहाज तथा कंटेनरों की कमी राष्ट्रव्यापी है लकिन कोलकाता की स्थिति ज्यादा बुरी है।
निर्यातकों के संगठन फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (फियो) के चेयरमैन-पूर्व सुशील पटवारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘कंटेनरों की उपलब्धता मांग की तुलना में आधे से भी कम है, जिससे निर्यात में बाधा आ रही है। हम निर्यात की समयसीमा को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। कंटेनरों की उपलब्धता तथा ढुलाई दरों के बारे में हमें अनुमान नहीं लग पा रहा है। ढुलाई भाड़ा महामारी पूर्व की तुलना में दो-तीन गुना हो गया है।’’
निर्यातकों ने कहा, ‘‘ढुलाई भाड़ा आसमान की ऊंचाई पर है और पश्चिमी तट पर माल ढुलाई प्रेषक (फारवर्डर) कंटेनरों की कमी की वजह से कॉर्गो की बुकिंग करने से मना कर रहे हैं।’’
उत्सर्ग लॉजिस्टिकल के निदेशक मनीष झा ने कहा, ‘‘40 फुटे कंटेनरों का संकट अधिक गंभीर है। पश्चिम एशिया को ढुलाई भाड़ा दोगुना हो गया है। अमेरिका और यूरोप के लिए ढुलाई भाड़ा इस समय 8,000 डॉलर प्रति कंटेनर है। कोविड-19 से पहले यह 2,000 डॉलर था।’’
एक अन्य निर्यातक ने कहा कि फॉरवर्डर यूरोप और अमेरिका के लिए खेप की बुकिंग नहीं कर रहे हैं।
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अजय मनोहर
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