नयी दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा) केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोमवार को कहा कि 2030 तक सभी वाहनों की बिक्री में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत होनी चाहिए ताकि मोटर वाहन क्षेत्र 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ सके।
वाहन विनिर्माताओं के संगठन ‘सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (एसआईएएम)’ द्वारा आयोजित तीसरे ‘इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन सस्टेनेबेल सर्कुलैरिटी’ को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि अब भारत वार्षिक रूप से कुछ देशों की जनसंख्या से अधिक कारें बेचता है, लेकिन यह सफलता केवल एक उपलब्धि नहीं है, बल्कि इसके साथ हवा को साफ रखने और पर्यावरण को स्वस्थ बनाने की एक बड़ी जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा, ‘वाहनों की बिक्री में वृद्धि अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है… और अगर हम मिलकर काम करें, तो हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि यह पर्यावरण के लिए भी बुरी खबर न बने।’
मंत्री ने कहा कि 2030 में कुल वाहन बिक्री में ईवी की बिक्री लगभग 35 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है।
उन्होंने कहा, ‘वाहन क्षेत्र को 2070 के शुद्ध शून्य लक्ष्य के साथ पटरी पर लाने के लिए, इस हिस्सेदारी को 50 प्रतिशत तक पहुंचाना होगा।’
मंत्री ने कहा कि इस दशक के अंत तक भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री एक करोड़ इकाई तक पहुंचने का अनुमान है, जिससे 50 लाख नौकरियां पैदा होंगी।
भाषा
योगेश अजय
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