नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि यूरोपीय संघ (ईयू) का वन-कटाई विनियमन और कार्बन कर अनुचित है और इसका भारतीय उद्योगों पर असर पड़ेगा।
उन्होंने भारत में यूरोपीय व्यापार महासंघ (एफईबीआई) के शुभारंभ पर यहां उद्योग और ईयू के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ इस्पात उत्पादों पर ईयू के सुरक्षा उपाय भी तर्कहीन हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय उद्योगों को ‘‘वन-कटाई के अनुचित नियमों, सीबीएएम (कार्बन सीमा समायोजन तंत्र) से संबंधित नियमों और विभिन्न अन्य उपायों का सामना करना पड़ रहा है।’’
ब्राजील, भारत, इंडोनेशिया और अमेरिका सहित प्रमुख कृषि निर्यातक देशों ने ईयू वन-कटाई विनियमन (ईयूडीआर) पर आपत्ति जताई है।
ईयूडीआर को 16 मई, 2023 को अपनाया गया था और इसका उद्देश्य यूरोपीय संघ के बाजार में वन-कटाई और वन क्षरण में योगदान देने वाले कुछ वस्तुओं के आयात को रोकना है।
इन उत्पादों में कॉफी, चमड़ा, तेल केक, लकड़ी के फर्नीचर, कागज और पेपरबोर्ड शामिल हैं। इस उत्पाद सूची को और बढ़ाने की योजना है।
भाषा पाण्डेय अजय
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