नईदिल्ली। रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स के अनुसार कोरोना की वजह से वित्त वर्ष 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था में पांच फीसदी की गिरावट आएगी। दूसरी तरफ, रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने चेतावनी दी है कि भारत में आजादी के बाद चौथी मंदी आने वाली है और यह अब तक की सबसे भयानक मंदी होगी।
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फिच रेटिंग्स ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से देश में सख्त लॉकडाउन नीति लागू की गई है। इससे आर्थिक गतिविधियों में जबर्दस्त गिरावट आई, जिसका सीधा असर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर पर पड़ेगा।
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इससे पहले फिच ने अप्रैल में अनुमान लगाया था कि चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी की वृद्धि दर 0.8 फीसदी रहेगी। अब फिच ने अपने इस अनुमान को काफी अधिक घटा दिया है, फिच ने कहा कि इस वित्त वर्ष में भारत के जीडीपी में 5 फीसदी की गिरावट आएगी।
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इसी तरह क्रिसिल ने भी यह अनुमान लगाया है कि वित्त वर्ष 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 5 फीसदी की गिरावट आएगी। इसके पहले 28 अप्रैल को क्रिसिल ने कहा था कि भारत की जीडीपी में 1.8 फीसदी की बढ़त होगी। लेकिन लगातार जारी लॉकडाउन और कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए रेटिंग एजेंसियां अब भारत की जीडीपी में नेगेटिव ग्रोथ यानी गिरावट का अनुमान जारी करने लगी हैं।
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वहीं अब भारतीय रिजर्व बैंक ने भी यह मान लिया है कि इस वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में नेगेटिव ग्रोथ यानी गिरावट आ सकती है, हाल में एमपीसी की बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने यह कहा था कि इस साल भारतीय अर्थव्यवस्था में नेगेटिव ग्रोथ रहेगी।