नयी दिल्ली, 13 दिसंबर (भाषा) कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के सदस्य जल्द ही दावों के निपटान के बाद सीधे एटीएम के जरिये अपनी भविष्य निधि को निकाल सकेंगे। एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
सेवानिवृत्ति कोष निकाय ईपीएफओ के सदस्यों को अपने दावों के ऑनलाइन निपटान के लिए सात से 10 दिन तक इंतजार करना पड़ता है। दावा निपटान होने के बाद राशि को लाभार्थियों के संबंधित बैंक खातों में स्थानांतरित कर दिया जाता है।
हालांकि जल्द ही इस व्यवस्था में बदलाव करने की तैयारी है। इस योजना के तहत ईपीएफओ के सदस्यों को समर्पित कार्ड मिलेंगे, जिनका इस्तेमाल एटीएम से बचत राशि निकालने के लिए किया जा सकेगा।
केंद्रीय श्रम सचिव सुमिता डावरा ने कहा कि ईपीएफओ अपने सात करोड़ से अधिक सदस्यों को बैंकिंग प्रणाली के समान सेवाएं प्रदान करने पर विचार कर रहा है।
डावरा ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा कि नई व्यवस्था के तहत दावेदार, लाभार्थी या बीमित व्यक्ति एटीएम के माध्यम से अपनी दावा राशि प्राप्त कर सकेंगे।
फिलहाल ईपीएफओ के लगभग सात करोड़ योगदानकर्ता सदस्य ईपीएफ, पेंशन और सेवानिवृत्ति निधि निकाय की समूह बीमा योजनाओं के अंतर्गत आते हैं।
ईपीएफओ द्वारा संचालित कर्मचारी जमा संबद्ध बीमा (ईडीएलआई) योजना के तहत मृतक सदस्यों के उत्तराधिकारियों को अधिकतम सात लाख रुपये दिए जाते हैं।
नई प्रणाली में मृतक ईपीएफओ सदस्य के उत्तराधिकारी भी दावा निपटान के बाद पैसे निकालने के लिए एटीएम का उपयोग कर सकते हैं।
इसके लिए ईपीएफओ अपने सदस्यों को समर्पित कार्ड भी जारी कर सकता है। हालांकि पीएफ निकाय का ध्यान फिलहाल इसके लिए जरूरी ढांचागत आधार तैयार करने पर है।
डावरा ने कहा, “हालांकि पिछले कुछ महीनों में सुधार देखे जा रहे हैं लेकिन जनवरी में हम हार्डवेयर उन्नयन के परिणामस्वरूप अधिक सुधार देखेंगे।”
उन्होंने कहा, “इस आधुनिकीकरण अभियान के तहत हमारा लक्ष्य ईपीएफओ प्रणालियों की तुलना भारत में पहले से ही मौजूद कुशल बैंकिंग प्रणालियों से है। जीवन को आसान बनाने के लिए अधिक पारदर्शिता लाना और दावों को आसान बनाना भी इस योजना का हिस्सा है।”
भाषा अनुराग प्रेम
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