EPFO New Rules: नई दिल्ली। अप्रैल का माह शुरू हो चुका है और इस माह से कई नए बदलाव किए गए हैं। आज हम आपको आपके खाते से जुड़ी नए बदलाव के बारे में बताएंगे। अगर आप भी नौकरीपेशा हैं तो आपका EPFO अकाउंट भी जरूर होगा ऐसे में ये खबर आपके लिए बेहद काम की साबित हो सकती है। एक अप्रैल से कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने नियमों में अहम बदलाव किया है। इस नियम के लागू होने से लाखों कर्मचारियों को सीधे तौर पर फायदा होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक नए नियम के तहत पीएफ अकाउंट ऑटो ट्रांसफर कर दिया गया है। इसका मतलब यह है कि अब नौकरी बदलने पर पीएफ खाता नए अकाउंट में ट्रांसफर कराने की जरूरत नहीं होगी। उदाहरण के लिए अगर आप नौकरी बदलते हैं तो एक अप्रैल के बाद से आपका पीएफ खाता अपने आप ही ट्रांसफर हो जाएगा।
वैसे इससे पहले, जब भी आप नौकरी बदलते थे तो यूएएन में नए पीएफ खाते जुड़ चले जाते हैं। नौकरी बदलने के बाद आपको ऑनलाइन ईपीएफओ की वेबसाइट पर जाकर ईपीएफ खाते को मर्ज कराना होता था। नहीं अब आपको अपने पीएफ खाते को मर्ज या ट्रांसफर कराने की अवश्यकता नहीं होगी। ये नौकरी बदलने के साथ ही ऑटोमेटिक ट्रांसफर हो जाएगा। बता दें, ईपीएफ खाते में कर्मचारी को बेसिक सैलरी का 12 प्रतिशत का योगदान करना होता है और इतना ही योगदान नियोक्ता की ओर से भी किया जाता है। इसी खाते के जरिए किसी कर्मचारी को आगे चलकर पेंशन दी जाती है।
EPFO New Rules: ईपीएफओ के पेरोल के डेटा के मुताबिक, जनवरी 2024 में ईपीएफओ से 16.02 लाख सदस्य जुड़े थे। ये जानकारी श्रम मंत्रालय की ओर से दी गई। इस दौरान करीब 8.08 लाख नए सदस्यों ने ईपीएफओ में अपना पंजीकरण कराया था। मंत्रालय ने कहा कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) का अनंतिम पेरोल डेटा जनवरी 2024 में 16.02 लाख सदस्यों की शुद्ध वृद्धि का संकेत देता है।