ईडी ने डेंटसू इंडिया और सुमाया ग्रुप के खिलाफ धन शोधन मामले में छापेमारी की

ईडी ने डेंटसू इंडिया और सुमाया ग्रुप के खिलाफ धन शोधन मामले में छापेमारी की

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  • Publish Date - December 12, 2024 / 09:28 PM IST,
    Updated On - December 12, 2024 / 09:28 PM IST

नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 137 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी के मामले में संचार कंपनी डेंटसू इंडिया और कपड़ा कंपनी सुमाया ग्रुप के खिलाफ छापेमारी की। ईडी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उसने छापेमारी में 50 लाख रुपये की भारतीय और विदेशी मुद्रा तथा 3.4 करोड़ रुपये की सोने की छड़ें जब्त की हैं।

केंद्रीय जांच एजेंसी ने बयान में कहा कि ‘सुमाया-डेंटसू मामले’ में जारी जांच के तहत 10 दिसंबर को उसके मुंबई कार्यालय द्वारा मुंबई, दिल्ली और गुरुग्राम में 19 स्थानों पर छापेमारी की गई।

धन शोधन का यह मामला मुंबई पुलिस (वर्ली पुलिस स्टेशन) द्वारा डेंटसू कम्युनिकेशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और सुमाया इंडस्ट्रीज लिमिटेड, इसके प्रवर्तकों और कुछ अन्य के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी (एफआईआर) से आया है।

एजेंसी ने आरोप लगाया, “उनपर एक साथ साजिश रचने और भविष्य में ‘नीड टू फीड’ कार्यक्रम के लाभ का वादा करने की आड़ में 137 करोड़ रुपये की धनराशि का गबन करने का आरोप है।”

इस संदर्भ में पीटीआई-भाषा द्वारा भेजे गए ईमेल पर दोनों कंपनियों की ओर से प्रतिक्रिया नहीं मिली है।

ईडी ने दावा किया कि उसकी जांच में पाया गया कि हरियाणा सरकार के तथाकथित ‘नीड टू फीड’ कार्यक्रम के नाम पर एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों) से ‘व्यापार वित्तपोषण’ प्राप्त किया गया था। आरोपियों ने कहा था कि यह कार्यक्रम कृषि उत्पादों की आपूर्ति करने से संबंधित है।

ईडी ने दावा किया कि आरोपियों को हरियाणा सरकार से कोई अनुबंध नहीं मिला था और ऐसा कोई कार्यक्रम भी अस्तित्व में नहीं था।

आरोपी इकाइयों ने वास्तव में ऐसे किसी भी कार्यक्रम के लिए ‘कभी भी’ कोई कृषि उत्पाद सामग्री की आपूर्ति नहीं की है। हालांकि, यह झूठी धारणा बनाने के लिए कि वे कृषि उत्पादों की आपूर्ति कर रहे हैं, आरोपियों ने ‘साजिश’ रची और गाड़ी रसीदें और चालान जैसे ‘नकली’ रिकॉर्ड बनाए।

भाषा अनुराग अजय

अजय