नयी दिल्ली, सात नवंबर (भाषा) वाणिज्य मंत्रालय ने घरेलू उत्पादकों के हितों की रक्षा के उद्देश्य से चीन और वियतनाम से एक खास प्रकार के सौर ग्लास के आयात पर 677 डॉलर प्रति टन तक डंपिंग-रोधी शुल्क लगाने की सिफारिश की है।
मंत्रालय की इकाई व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने अपने शुरुआती निष्कर्षों में कहा है कि ‘टेक्सचर्ड टफन्ड (टेम्पर्ड) कोटेड और अनकोटेड ग्लास’ को भारत में सामान्य मूल्य से कम कीमत पर भेजा जा रहा है, जिसके चलते इसकी डंपिंग हुई है।
निदेशालय की अधिसूचना में कहा गया है कि इन देशों से आयात के कारण घरेलू उद्योग को नुकसान पहुंचा है।
प्राधिकरण ने आयात पर अस्थायी डंपिंग-रोधी शुल्क लगाने की सिफारिश की है। इसमें कहा गया है कि घरेलू उद्योग ने कांच के विनिर्माण और भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए महत्वपूर्ण निवेश किया है।
‘डाउनस्ट्रीम’ उद्योग पर शुल्कों का प्रभाव केवल 2.52 प्रतिशत है और यह नगण्य है।
चीन से आयातित सौर ग्लास पर 565 डॉलर प्रति टन से लेकर 677 डॉलर प्रति टन के बीच शुल्क लगाने की सिफारिश की गई है।
शुल्क लगाने का अंतिम निर्णय वित्त मंत्रालय लेता है।
डीजीटीआर ने बोरोसिल रिन्यूएबल्स लिमिटेड से इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद जांच की थी।
भाषा अनुराग अजय
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