डीजीटीआर ने चीन, यूरोपीय संघ से खास विटामिन के आयात पर डंपिंग-रोधी शुल्क की सिफारिश की

डीजीटीआर ने चीन, यूरोपीय संघ से खास विटामिन के आयात पर डंपिंग-रोधी शुल्क की सिफारिश की

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  • Publish Date - March 13, 2025 / 04:53 PM IST,
    Updated On - March 13, 2025 / 04:53 PM IST

नयी दिल्ली, 13 मार्च (भाषा) वाणिज्य मंत्रालय की जांच शाखा डीजीटीआर ने चीन, यूरोपीय संघ और स्विट्जरलैंड से पशुओं के उपभोग वाले एक खास तरह के विटामिन के आयात पर पांच साल के लिए 20.87 डॉलर प्रति किलोग्राम तक डंपिंग-रोधी शुल्क लगाने की सिफारिश की है।

व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने अपनी पड़ताल में यह निष्कर्ष निकाला है कि ‘विटामिन ए पामिटेट’ के आयात में वास्तविक रूप से काफी वृद्धि हुई है।

इस विटामिन के सस्ते आयात की वजह से लाभ, नकद लाभ और आरओसीई (लगाई हुई पूंजी पर रिटर्न) के मामले में घरेलू उद्योग के प्रदर्शन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।

डीजीटीआर ने कहा कि इस विटामिन के चीन से आयात पर पांच साल की अवधि के लिए डंपिंग-रोधी शुल्क लगाने की सिफारिश की जाती है।

इस पर 0.87-20.87 डॉलर प्रति किलोग्राम के बीच शुल्क लगाने की अनुशंसा की गई है। हालांकि, शुल्क लगाने के बारे में अंतिम निर्णय वित्त मंत्रालय लेगा।

पीरामल फार्मा लिमिटेड ने इस विटामिन के आयात पर शुल्क लगाने के लिए डीजीटीआर के समक्ष याचिका दायर की थी।

भारत ने चीन समेत कई देशों से होने वाले सस्ते आयात से निपटने के लिए पहले ही कई उत्पादों पर डंपिंग-रोधी शुल्क लगाया हुआ है।

डीजीटीआर ने एक अलग अधिसूचना में चीन और जापान से आने वाले ‘अघुलनशील सल्फर’ पर पांच साल के लिए 358 डॉलर प्रति टन तक डंपिंग-रोधी शुल्क लगाने की भी सिफारिश की है। इस रसायन का इस्तेमाल टायर, जूते और सभी प्रकार के वाहनों में रबड़ वाले हिस्सों में होता है।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय