चालक दल के साथ पट्टे पर विमान लेने के मानकों में बदलाव की तैयारी में डीजीसीए

चालक दल के साथ पट्टे पर विमान लेने के मानकों में बदलाव की तैयारी में डीजीसीए

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  • Publish Date - December 4, 2024 / 07:17 PM IST,
    Updated On - December 4, 2024 / 07:17 PM IST

नयी दिल्ली, चार दिसंबर (भाषा) विमानन नियामक डीजीसीए देश में हवाई यात्रा की बढ़ती मांग के बीच घरेलू एयरलाइंस के चालक दल के साथ पट्टे पर विमान (वेट लीजिंग) लेने के संदर्भ में जल्द ही सुव्यवस्थित नियम जारी करेगा।

देश में हवाई यात्रा की मांग बढ़ने से एयरलाइंस को नए विमानों की जरूरत पड़ रही है लेकिन आपूर्ति शृंखला से जुड़ी समस्याओं के कारण उन्हें समय पर विमान नहीं मिल पा रहे हैं। इसकी वजह से वे पट्टे पर विमान लेने का तरीका अपना रहे हैं।

इस मामले से अवगत एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा कि देश में विमानन क्षेत्र के विकास में सहायता के लिए चालक दल के साथ पट्टे पर विमान मुहैया कराने से संबंधित नियमों को सुव्यवस्थित करने के प्रयास जारी हैं।

अधिकारी ने कहा, ‘इंजन की समस्याओं की वास्तविकताओं को अचानक से दूर नहीं किया जा सकता है और दूसरी ओर संभावित उड़ान मार्गों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।’

हितधारकों के साथ परामर्श के बाद नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ‘वेट-लीजिंग’ नियमों को सुव्यवस्थित करने पर काम कर रहा है।

मौजूदा नियमों के तहत ‘वेट-लीज’ वाले विमान पर डीजीसीए का पूरा नियंत्रण नहीं होता है। नए या अतिरिक्त मार्गों के लिए विमानों की ‘वेट-लीजिंग’ के मामले में भी कुछ प्रतिबंध हैं।

अधिकारी ने कहा कि घरेलू एयरलाइंस द्वारा विमानों की ‘वेट-लीजिंग’ को सुविधाजनक बनाने के लिए कुछ प्रतिबंध हटा दिए जाएंगे। इसके अलावा संबंधित विमान के सभी उड़ान और रखरखाव रिकॉर्ड भी डीजीसीए को सौंपे जाने चाहिए।

विमानों के इंजन मुहैया कराने वाली कंपनी प्रैट एंड व्हिटनी के इंजनों में गड़बड़ी की वजह से इंडिगो के कई विमान इस समय परिचालन से बाहर हैं। ऐसे विमानों की संख्या धीरे-धीरे कम हो रही है।

आम तौर पर किसी विमान की ‘वेट-लीजिंग’ के दौरान चालक दल, रखरखाव और बीमा के साथ विदेशी विमानों को पट्टे पर दिया जाता है। विमान विदेशी परिचालक के परिचालन नियंत्रण में भी होता है और संबंधित विदेशी नागरिक उड्डयन प्राधिकरण की नियामक शर्तों के अधीन होता है।

विमानों को पट्टे पर लेने का एक अन्य तरीका ‘ड्राई लीजिंग’ भी है जिसमें सिर्फ विमान ही पट्टे पर लिया जाता है।

वर्तमान में इंडिगो और स्पाइसजेट ‘वेट-लीज’ वाले विमानों का संचालन कर रही हैं जबकि एयर इंडिया के बेड़े में कुछ ‘ड्राई-लीज’ वाले विमान हैं।

भाषा प्रेम

प्रेम रमण

रमण