नयी दिल्ली, दो जनवरी (भाषा) देश के प्रमुख कार्यालय बाजारों में नई आपूर्ति की तुलना में प्रीमियम कार्यस्थलों की अधिक मांग देखे जाने से वर्ष 2025 में खाली कार्यालयों में कमी आएगी और किराया भी बढ़ेगा। माइंडस्पेस बिजनेस पार्क्स रीट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रमेश नायर ने यह संभावना जताई है।
नायर ने कैलेंडर वर्ष 2025 में भारत के कार्यालय बाजारों के लिए 10 प्रमुख रुझानों का जिक्र करते हुए कहा है कि प्रमुख व्यावसायिक केंद्रों में ग्रेड-ए कार्यस्थलों की कमी है।
नायर ने कहा, ‘‘बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे और गुरुग्राम जैसे प्रमुख बाजारों में रिक्तियों की दर घटने का अनुमान है क्योंकि मांग आपूर्ति से अधिक है। इससे प्रतिस्पर्धी पट्टे की स्थिति बनेगी और प्रमुख स्थानों पर किराया बढ़ेगा। ऐसे में डेवलपर को बढ़ती मांग पूरा करने के लिए परियोजना समयसीमा में तेजी लाने की जरूरत होगी।’’
हालांकि, कार्यालय स्थल मुहैया कराने वाली कंपनी के सीईओ ने उम्मीद जताई है कि ब्याज दरें कम होंगी जिससे उच्च वृद्धि का मार्ग प्रशस्त होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘अधिक किफायती वित्तपोषण अधिक निवेशकों को कार्यालय परियोजनाओं की ओर आकर्षित करेगा जबकि डेवलपर इस अवसर का लाभ उठाकर ऐसे स्थान बनाएंगे जो भारत की आर्थिक जीवंतता को दर्शाते हों।’’
नायर ने कहा कि पुरानी कार्यालय संपत्तियों में महत्वपूर्ण परिवर्तन करने होंगे ताकि उन इमारतों को स्थिरता-केंद्रित वृद्धि के दौर में प्रासंगिक और प्रतिस्पर्धी बनाए रखा जाए।
के रहेजा कॉर्प समूह द्वारा प्रायोजित माइंडस्पेस बिजनेस पार्क्स को अगस्त, 2020 में शेयर बाजारों में सूचीबद्ध किया गया था। यह मुंबई क्षेत्र, पुणे, हैदराबाद और चेन्नई में गुणवत्तापूर्ण कार्यालय स्थल मुहैया कराती है।
भाषा प्रेम
प्रेम अजय
अजय
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
चालू वित्त वर्ष के पहले सात माह में भारत का…
23 mins agoशेयर बाजार में दो दिन की तेजी से निवेशकों की…
36 mins ago